– देवेश कुमार –
मुजफ्फरपुर : पुलिस के निचले अधिकारियों की कार्यशैली सवाल उठना आम है. अब तो वरीय अधिकारियों पर भी सवाल उठने लगा है. यह सवाल किसी आम आदमी ने नहीं, बल्कि आयुक्त डॉ केपी रामय्या के सचिव की ओर से जारी पत्र से उठाया गया है.
हत्या के एक मामले में राजेपुर थाना के अबढ़ियां निवासी रंजीत कुमार की विधवा पत्नी प्रतिमा देवी की गुहार पर आयुक्त ने मोतिहारी एसपी को 15 दिन के भीतर हत्या के आरोपितों की गिरफ्तारी का आदेश दिया था. उन्होंने एसपी से कार्रवाई की रिपोर्ट भी सौंपने को कहा था. एक माह बाद भी एसपी की ओर से न तो कार्रवाई की गयी है और न ही पत्र का जवाब दिया गया.
इसके बाद आयुक्त ने एक नवंबर को दूसरी बार एसपी को पत्र लिख कार्रवाई के लिए फिर 15 दिन का समय दिया. अब वह भी समय समाप्त हो गयी. अभी तक कमिश्नर के पास रिपोर्ट नहीं आयी है.
इससे मोतिहारी पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. पीड़िता की गुहार पर एसपी व डीएसपी को मुजफ्फरपुर जोन के आइजी पंकज दराद भी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए निर्देश जारी कर चुके हैं.