मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में स्नातक पार्ट टू की सब्सिडयरी परीक्षा से वंचित करीब चालीस छात्र-छात्राओं ने शनिवार को जम कर हंगामा किया. परीक्षा की तिथि दुबारा घोषित करने की मांग को लेकर पहुंचे छात्र परीक्षा नियंत्रक डॉ अरुण कुमार सिंह से उलझ गये. वहां जब बात नहीं बनी तो वे लोग कुलपति से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे. उस समय कुलपति अपने कार्यालय में मौजूद नहीं थे.
इससे गुस्साये छात्रों की वहां मौजूद कर्मियों से नोक-झोंक शुरू हो गयी. धीरे-धीरे यह विवाद हाथापाई तक पहुंच गया. बाद में अन्य कर्मियों के बीच-बचाव के बाद मामला शांत हुआ. फिर छात्र कुलसचिव डॉ विवेकानंद शुक्ला से मिलने पहुंचे. उनके साथ भी बकझक हुआ. मामला इतना बिगड़ गया कि कुलसचिव ने पुलिस बुलाने की चेतावनी दे डाली. करीब आधे घंटे तक चले गरमा-गरम बहस के बाद कुलसचिव ने छात्रों की मांग को सोमवार को होने वाले परीक्षा बोर्ड में रखने का आश्वासन दिया. इसके बाद छात्र शांत हुए.
कार्यक्रम में बदलाव से परेशानी
29 अक्तूबर को स्नातक पार्ट टू की सब्सिडयरी परीक्षा होनी थी. यह तिथि पूर्वी जोन अंतर विवि शतरंज प्रतियोगिता से टकरा रही थी. इसका टीम के सदस्य विरोध कर रहे थे. इसके बाद परीक्षा विभाग ने कुलपति के आदेश के बाद परीक्षा कार्यक्रम में फेरबदल करने का फैसला लिया. इसके तहत प्रथम पाली में होने वाले सब्सिडयरी विषयों, दर्शनशास्त्र, बॉटनी व मनी बैंकिंग की परीक्षा की तिथि बढ़ा कर 16 नवंबर को द्वितीय पाली में कर दी गयी. इससे पूर्व 26 अक्तूबर को होने वाले ग्रुप डी के ऑनर्स विषय की परीक्षा की तिथि भी इसी कारण से बढ़ा कर 18 नवंबर कर दी गयी थी. इससे छात्रों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गयी. असमंजस का कारण एक अखबार (प्रभात खबर नहीं) में भ्रामक खबर छपना भी है. इस कारण जंतु विज्ञान व गृह विज्ञान के दर्जनों छात्र-छात्राओं की परीक्षा छूट गयी थी.