मुजफ्फरपुर: तिरहुत स्नातक व शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए वोटर बनाने के लिए आवेदन की तिथि शुक्रवार को समाप्त हो गयी. अंतिम दिन कमिश्नरी काउंटर पर सूची में नाम जोड़ने के लिए सौ से अधिक आवेदन आये. वहीं शिक्षक निर्वाचन सूची के लिए एक दर्जन आवेदन जमा किये गये. स्नातक के लिए करीब साढ़े सात हजार आवेदन डेढ़ माह में सिर्फ कमिश्नरी काउंटर पर जमा हुए.
प्रमंडल के मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी व वैशाली को मिला कर कुल 50 हजार नये वोटर के लिए आवेदन आने की संभावना जतायी जा रही है. हालांकि, आयुक्त सह निर्वाचन पदाधिकारी डॉ केपी रामय्या ने बताया कि चारों जिलों के आवेदन कमिश्नरी में आने के बाद सही स्थिति का पता चल सकेगा. उन्होंने बताया कि शनिवार से जमा आवेदनों की जांच-पड़ताल कर छंटनी की जायेगी.
फर्जी प्रमाणपत्र बना किया आवेदन : पिछले चुनाव की तरह इस वर्ष भी स्नातक मतदाता सूची में फर्जी वोटर बनाने के लिए बड़ी संख्या में आवेदन जमा हुए हैं. इसका खुलासा होने के बाद चुनाव कार्य में लगे अधिकारियों के कान खड़े हो गये हैं. ऐसे आवेदनों की गहराई से जांच-पड़ताल की जा रही है. फर्जीवाड़ा रोकने के लिए आयुक्त गंभीर है. वे खुद आवेदनों की जांच में में लगे है. बताया जाता है कि बिहार विवि के फर्जी प्रोविजनल व अंक पत्र तैयार कर मैदान में उतरे धुरंधरों ने इस वर्ष फिर फर्जी नाम व पता से आवेदन जमा कराये हैं. इसमें विवि परीक्षा विभाग के कुछ कर्मचारियों ने अधिकारियों के हस्ताक्षर से फर्जीवाड़ा में मदद किया है. इस तरह का सबसे ज्यादा आवेदन शहर के आंगनबाड़ी केंद्रों और ब्लॉक में खुले काउंटरों पर जमा होने की बात बतायी जा रही है.