मुजफ्फरपुर: उत्तर बिहार में दो माह के अंदर 25 से अधिक ट्रक लूट कांड मामले का उद्भेदन करने में पुलिस ने सफलता पायी है. गिरोह के एक दर्जन सदस्यों को हथियार व लूटे गये ट्रक सहित भारी मात्र में नशीली पुड़िया के साथ पकड़ा गया है. पूछताछ में सभी ने संलिप्तता स्वीकार करते हुए कई अहम राज खोले है, जिनके आधार पर छापेमारी की जा रही है.
बुधवार को इन्हें जेल भेजा जायेगा.
जानकारी के अनुसार, जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में ट्रक लूट की घटनाओं को देखते हुए एसएसपी सौरभ कुमार ने नगर डीएसपी उपेंद्र कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया था, जिसमें अहियापुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा, ब्रह्नापुरा थानाध्यक्ष सुनील कुमार, बोचहां थानाध्यक्ष अनिरुद्ध प्रसाद, दारोगा शशिरंजन शामिल थे.
सोमवार को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि अहियापुर में कुछ अपराधी ट्रक लूट की योजना बना रहे है. सूचना मिलते ही विशेष पुलिस ने छापेमारी कर एक दर्जन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया.
उनकी पहचान सदर थाना क्षेत्र के भिखनपुर प्रज्ञा नगर निवासी अमित कुमार, मनियारी के चकभिखी निवासी मो फूल बाबू, मिराज अहमद, मो मकबूल, सैयदुल हसन, सुस्ता माधोपुर निवासी दीपक भगत, सोहन कुमार, पवन कुमार, सिंधेश, विशुनपुर गिद्धा निवासी मुकेश कुमार, पंखा टोली निवासी राहुल, दीघरा निवासी दीपक व चकमेहसी निवासी मंजय के रुप में हुइ.
इनके पास से पुलिस ने 100 से अधिक नशीली पुड़िया, आधा दर्जन चाकू, डेढ दर्जन मोबाइल, एक पिस्टल, 10 जिंदा कारतूस, 10 हजार नगद, तीन बाइक, एक लूटी गयी ट्रक, बोरा व भारी मात्र में रस्सी बरामद किया है. पूछताछ में इस गिरोह ने 25 से अधिक ट्रक लूट की घटनाओं में संलिप्तता स्वीकार की है. मनियारी, सदर, तुर्की, पारु, सरैया, कांटी, साहेबगंज सहित मधुबनी, गोपालगंज, दरभंगा, समस्तीपुर, सीतामढी सहित पूरे उत्तर बिहार यह गिरोह ट्रक लूट की घटना को अंजाम देता था. ट्रक लूटने के बाद माल को महीनों छिपा कर रखता था. वही ट्रक को नेपाल के बॉर्डर पर सप्लाई कर देता था.