मुजफ्फरपुर: अहियापुर थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर बुधवार को इंटर के छात्र सुमित को दिनदहाड़े चाकू मार कर जख्मी कर दिया गया. उसे तत्काल एसकेएमसीएच में भरती कराया गया, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. घटना से आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर निष्क्रियता बरतने का आरोप लगाते हुए थाने के सामने आगजनी की. साथ ही एनएच-57 जाम कर दिया.
दो घंटे तक जाम से एनएच पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. बाद में नगर डीएसपी उपेंद्र कुमार के पहुंचने पर मामला शांत हुआ. डीएसपी ने 24 घंटे के अंदर आरोपितों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया, जिसके बाद जाम हटा. देर शाम जख्मी छात्र के बयान पर छह के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
नाजिरपुर निवासी अनिल श्रीवास्तव का बेटा सुमित कुमार इंटर का छात्र है. वह बैरिया के रीतलाल सुरदीप लाल कॉलेज में इंटर में पढ़ता है. बुधवार को 11 बजे के आसपास वह थाने के समीप गणपति विवाह के पास गैस सिलिंडर लाने गया था. इसी बीच, आजाद कुमार व राजा कुमार ने उसे घेर लिया. दोनों उसे एक कमरे में बंद कर जम कर पिटाई की. इसके बाद जान मारने की नीयत से उस पर चाकू से हमला कर दिया. सुमित के गरदन व पीठ पर चाकू मार दिया गया. शोर मचने पर आसपास के लोग एकत्रित हो गये. इसी बीच, घटना की जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंची. गंभीर अवस्था में सुमित को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भरती कराया गया.
घटना से आक्रोशित सैकड़ों लोगों ने दोपहर एक बजे थाने के समक्ष टायर जला कर एनएच जाम कर दिया. उनका कहना था कि आजाद व उसके भाई राजा पर पहले से मामले दर्ज हैं. लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है. सुमित को इलाज के लिए जब पुलिस ले गयी, तो दोनों भाई मौके पर मौजूद थे. उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया. जाम की सूचना मिलने पर नगर डीएसपी उपेंद्र कुमार मौके पर पहुंच गये. लोगों की शिकायत सुनने के बाद कहा कि पूरे मामले की जांच होगी. जो भी पुलिस कर्मी दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई होगी. इस आश्वासन के बाद लोगों ने जाम हटा दिया.
देर शाम छह पर एफआइआर
एसकेएमसीएच में इलाजरत सुमित के बयान पर देर शाम पांच के खिलाफ अहियापुर थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. सुमित ने बयान में बताया है कि एक हफ्ते पूर्व से ही आजाद व राजा उससे 20 हजार रुपये रंगदारी मांग कर रहे थे. पैसे नहीं देने पर चाकू मार कर जख्मी कर दिया गया. बुधवार को उसके साथ मारपीट कर सोने की चेन, हनुमानी भी छीन लिया गया. आजाद व राजा के अलावा उसकी मां विभा ठाकुर, लक्ष्मी राय, प्रवीण कुमार व विकास कुमार भी घटना में शामिल थे. विभा ठाकुर बार-बार दोनों से जान मारने को कह रही थी. बताया जाता है कि विभा आंगनबाड़ी सेविका है.