28.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

शक्षिक व अधिकारी संदेह के दायरे में

शिक्षक व अधिकारी संदेह के दायरे में बीआरसी में आगजनी: -मीनापुर बीआरसी मे आग लगाने की घटना बनी रहस्यमय-भारी संख्या मे हुई थी फर्जी शिक्षक की बहाली-निगरानी के निशाने पर है कई फीजिकल टीचर फोटो:: मीनापुर: मीनापुर बीआरसी में आग लगाने की घटना रहस्यमय बन गयी है. गुरुवार की दोपहर दो बजे तक बीआरसी का […]

शिक्षक व अधिकारी संदेह के दायरे में बीआरसी में आगजनी: -मीनापुर बीआरसी मे आग लगाने की घटना बनी रहस्यमय-भारी संख्या मे हुई थी फर्जी शिक्षक की बहाली-निगरानी के निशाने पर है कई फीजिकल टीचर फोटो:: मीनापुर: मीनापुर बीआरसी में आग लगाने की घटना रहस्यमय बन गयी है. गुरुवार की दोपहर दो बजे तक बीआरसी का ताला नहीं खुला था. चारों ओर सन्नाटा पसरा था. बुधवार को परणा को लेकर छुट्टी का दिन था. दिन में ही बीआरसी का ताला किसने तोड़ा, संचिकाओं में आग किसने लगायी. इसको लेकर सभी के जुबान पर एक ही बात है. फर्जी तरीके से नियोजित शिक्षकों के साथ ही विभाग के अधिकारी भी संदेह के दायरे में आ गए हैं. प्रखंड में टीइटी फेल अभ्यर्थियों के शिक्षक बनाने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप चलता रहा है. इसको लेकर धरना-प्रदर्शन भी हुए. मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा. इतना ही नहीं, शारीरिक शिक्षक बहाली मे फर्जीवाड़ा का खेल चला है. हालांकि, फिजिकल शिक्षकों की बहाली में वैसे संस्थानों ने पल्ला झाड़ लिया है, जहां से फर्जी अभ्यर्थियों ने प्रमाण पत्र लिया था. कटिहार के वीर कुंवर सिंह शारीरिक प्रशिक्षण महाविद्यालय व पटना के केदार पांडेय शारीरिक प्रशिक्षण महाविद्यालय ने भी स्पष्ट कर दिया था कि वर्ष 1994 में उनके यहां कोई परीक्षा नहीं ली गयी थी. वर्णित रोलकॉर्ड को भी अवैध ठहराया था. वावजूद इन संस्थानों के 1994 के उत्तीर्ण प्रमाण पत्रों को लगा कर सैकड़ों अभ्यर्थी शिक्षक बन गये. अब जब विजिलेंस ने आंखें तरेरी है, तो साक्ष्य जलाने का प्रयास किया है. विजिलेंस ने टीइटी अभ्यर्थियों से मूल प्रमाण-पत्र की भी मांग की है. जबकि बीआरसी में सूची सहित कई शिक्षकों का टीइटी का मूल प्रमाणपत्र भी जल गया है. हालांकि, कहा जा रहा है कि शिक्षकों के नियोजन में फर्जीवाड़े का राज खुला तो कई बड़े चेहरे बेनकाब होंगे. पुलिस ने की लंबी पूछताछ घटना की जानकारी होने पर पुलिस ने संबंधित लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है. बीइओ मोहम्मद ईशा ने थाने में आगजनी का प्रतिवेदन दिया है. हालांकि, आग से हुए नुकसान की सूची नहीं दी है. पुलिस इंस्पेक्टर मिथिलेश कुमार झा ने गुरुवार की शाम बीआरसी मे प्रतिनियुक्त साधनसेवी व अन्य कर्मियों से लंबी पूछताछ की. उन्होंने बताया कि अनुसंधान जारी है. घटना में जलीं 37 संचिकाएं अगलगी की घटना में 37 संचिकाएं जलने की संभावना जतायी जा रही है. इसमें हाइकोर्ट से संबंधित संचिका, सूचना के अधिकार के तहत पत्राचार की संचिका, अनुकंपा से संबंधित संचिका, बिहार दिवस 2012-15 की संचिका, साक्षर भारत 2012-15 की संचिका, विद्यालय ग्रेडिंग से संबंधित संचिका, इंस्पायर्ड अवार्ड की संचिका, प्रखंड शारीरिक शिक्षक नियोजन की कांउसिलिंग पंजी-2008, शिक्षक योगदान व विरमन संबंधित संचिका 2012-15 तक, पंचायत शिक्षक नियोजन की संचिका, नियोजन वर्ष 2014-15 नियामवली रोस्टर व रिक्ति संचिका, शिक्षक नियोजन से संबंधित पत्राचार की संचिका, उच्च विद्यालय उत्क्रमण से संबंधित संचिका, भूमिहीन विद्यालय से संबंधित संचिका, तालिमी मरकज से संबंधित संचिका व प्राप्त आवेदनों की पंजी 2014-15, नवोदय विद्यालय से संबंधित पंजी, मध्याह्न भोजन से संबंधित पत्राचार संचिका, विद्यालय शिक्षा समिति चुनाव व निबंधन रजिस्ट्री एवं संचिका, जिला जनता दरबार से संबंधित संचिका, नियोजित शिक्षक व 34,540 नियुक्त तथा शारीरिक शिक्षकों से संबंधित प्रमाणपत्र व सत्यापन पत्राचार संचिका, छात्रवृति पोशाक पत्राचार संचिका 2012-15, प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति संचिका, निर्गत पत्रों की पंजी -2012, उच्चाधिकारी से प्राप्त पत्रों की संचिका, वर्ष- 2000 नियोजन से संबंधित प्राप्त मूल आवेदन पत्र लगभग एक हजार, पुस्तकालय की पुस्तकें, अप्रैल 2013 से मई 2014 तक वेतन भुगतान विवरणी प्रति, नियोजन वर्ष 2012 से 14 में नियोजित शिक्षकों का शपथ पत्र व अनुपस्थिति विवरणी, मास्टर डाटा-2003 से वर्तमान 2014 तक कार्यालय प्रति, 10 शिक्षकों का टीइटी का मूल प्रमाण पत्र सूची सहित, उत्थान केंद्र से संबधित पत्राचार संचिका, नियोजित शिक्षकों के 2006 से 2012 तक वेतन भुगतान कैश बुक, रोकड़ पंजी व बीआरसी कैश बुक 2013-14 व 2014-15 वाउचर आदि जलकर नष्ट हो गया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें