मुजफ्फरपुर : एएसपी अभियान राणा ब्रजेश के नेतृत्व में साहेबगंज, देवरिया पुलिस के साथ ही एसटीएफ व एसएसबी के जवानों की छापेमारी नक्सलियों को पकड़ा, जो किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए साहेबगंज के खोड़ीपाकड़ में जुटे थे.
दर्जनों नक्सली वारदातों को अंजाम दे चुका बरूराज थानाक्षेत्र के मौना गांव निवासी नक्सली अमित भगत व जैतपुर के गिजास गांव का गोपाल भगत खोड़ीपाकड़ गांव स्थित अखिलेश कुमार के यहां जुटे थे. मौके से बरामद नक्सली वर्दी, पिस्टल,देशी पिस्तौल व पर्चा इस बात की गवाही दे रहें हैं.
हालांकि, पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अमित ने कई नक्सली वारदातों में अपनी संलिप्तता स्वीकारते हुए अपने कई योजनाओं का खुलासा भी किया है.
वर्दी के साथ जुटे थे नक्सली
खोड़ीपाकर गांव से गिरफ्तार नक्सली अमित, गोपाल व अखिलेश पीपुल्स लिबरेशन गोरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) के हार्डकोर सदस्य हैं. अमित पीएलजीए के एरिया कमांडर अनिल भगत का राजदार माना जाता है. अमित कई बड़े नक्सली वारदातों को अंजाम दे चुका है. अनिल राम व अमित के साथ बैठक के बाद ही पीएलजीएफ के सदस्य किसी बड़े घटना को अंजाम देते हैं. पीएलजीए के हार्डकोर ज्यादातर नक्सली वारदातों को वर्दी में ही अंजाम देते रहें हैं.
नक्सली वारदातों की कई प्राथमिकी में भी वर्दीधारी हमलावरों का जिक्र है, लेकिन अबतक गिरफ्तार नक्सलियों के पास से वर्दी की बरामदगी नहीं हो पायी थी. पुलिस ने पहली बार गिरफ्तार नक्सलियों के पास से वर्दी बरामद किया है. एसएसपी रंजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार अमित, गोपाल व अखिलेश किसी बड़े घटना को अंजाम देने के लिए ही हथियार व वर्दी के साथ जुटे थे.
अमित ने बिछाया था लैंड माइंस
गिरफ्तार हार्डकोर नक्सली अमित भगत कई संगीन नक्सली वारदातों को अंजाम दे चुका है. लेवी नहीं देने पर इसके द्वारा नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया जाता था. अमित ने साहेबगंज के विशुनपुर चकपहाड़ में एसपी सिंघला निर्माण कंपनी द्वारा लेवी नहीं देेने पर लैंड माइंस बिछाने की बात कबूली है.
उसने पुलिस को बताया कि कंपनी से लेवी की मांग की गयी थी. लेकिन कंपनी ने लेवी देने के बजाय पुलिस सुरक्षा के इंतजाम कर लिये थे. इसके बाद जनवरी में कंपनी के निर्माणाधीन पहुंच पथ पर तीन कुकर बम का सिरीज लैंड माइंस लगाया गया था. पुलिस ने 19 अप्रैल को वहां से तीन कुकर बम व डेटोनेटर बरामद किये थे. अमित पर कई जिले के विभिन्न थानों में दर्जनों मामले दर्ज हैं.
ये हैं प्रमुख मामले
04 अप्रैल 2013 को साहेबगंज के राजेपुर में मिक्सिंग पलांट को जलाया. साहेबगंज थाना में कांड संख्या 66/13 दर्ज
08 अप्रैल 2013 को साहेबगंज के नावानगर में जेसीबी जलाया. साहेबगंज थाना में कांड संख्या 68/13 दर्ज
मार्च 2013 में नक्सली बंदी के दौरान पारु के कमलपुरा में ट्रक जलाया
सकरा थाना में जेकेएम रोड कंस्ट्रक्संस कंपनी को 06 फरवरी 2014 को जलाया
करजा में 11 फरवरी 2014 को देवेन्द्र कुंवर के ईट भठ्ठा को जलाया
सरैया के पोखरैरा में 24 अक्टूबर 2014 को मोबाइल टावर जलाया
जिला पार्षद रामनरेश मालाकार पर हमला किया था,रामनरेश घायल हुए थे, एक की हुई थी मौत
माधोपुर हजारी गांव में सिंघला कंपनी के बेस कैंप का जलाया था.
मोतीपुर स्थित सीएनसी कंपनी के बेस कैंप को इस वर्ष 11 जनवरी को जलाया था.
देवरिया थाना के दियारा इलाका में इस वर्ष 20 अप्रैल को पुलिस के साथ मुठभेड़ किया था.
कुढ़नी के कमतौल स्थित गैमन इंडिया के बेस कैंप पर 06 जून को हमला कर गाड़यिों को जलाया.
देवरिया थाना के मोहब्बतपुर लखनौरी में 24 फरवरी को महेश्वर भगत की हत्या की.
बलिगांव में 23 जून को बैधनाथ साह व असलम का ईट-भठ्ठा जलाया था.
गौरौल के भानुपुर बरेवा गांव में 15 जून को विश्वनाथ सिंह का ईंट भठ्ठा जलाया था. सराय में गैमन इंडिया के बेस कैंप को जलाया था.