मुजफ्फरपुर: पशुपालन में मानव विकास की पर्याप्त संभावनाएं हैं. सूबे में 47 हजार युवक व युवतियों के लिए रोजगार व स्वरोजगार का रास्ता साफ हो गया है. इससे बेरोजगारी कम करने में काफी मदद मिलेगी. पशु व मत्स्य संसाधन व श्रम संसाधन विभाग ने एक साथ मिल कर मानव विकास की योजना बनायी है. इतने […]
मुजफ्फरपुर: पशुपालन में मानव विकास की पर्याप्त संभावनाएं हैं. सूबे में 47 हजार युवक व युवतियों के लिए रोजगार व स्वरोजगार का रास्ता साफ हो गया है. इससे बेरोजगारी कम करने में काफी मदद मिलेगी.
पशु व मत्स्य संसाधन व श्रम संसाधन विभाग ने एक साथ मिल कर मानव विकास की योजना बनायी है. इतने लोगों को विभाग की ओर से प्रशिक्षण दिया जायेगा. इसके बाद इन्हें बैंकों से जोड़ कर स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा.
सरकार के विशेष सचिव देवेंद्र प्रसाद ने कहा है कि मिशन मानव विकास कार्यक्रम अंतर्गत कौशल विकास काफी जरूरी है. पशु व मत्स्य संसाधन विभाग ने 2013-14 में बेरोजगारों को सात कार्यक्रमों में प्रशिक्षण देने का फैसला लिया है. रोजगार व स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए विभागीय संस्थानों व बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय, पटना में प्रशिक्षण होगा. विभाग ने क्षेत्रीय निदेशक व जिला पशुपालन पदाधिकारियों से दो अधिकारियों को सहायक नोडल पदाधिकारी के रूप में नाम मांगा है. विभाग को सूची, पदनाम, मोबाइल नंबर व ई-मेल उपलब्ध कराना है.