मुजफ्फरपुर: फैलिन चक्रवात भले ही दो दिन कहर बरपाने के बाद शांत हो गया. लेकिन, इसकी मार से लोग उबर नहीं पा रहे हैं. नबंबर की शुरू में ही दिसंबर और जनवरी जैसा कोहरा पड़ने लगा है. हालत यह है कि रात में 11 बजे के बाद ही सोमवार को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया था. यही हाल गांवों में भी है. शाम होते ही सड़कों पर विरानगी छा जा रही है.
राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ आइबी पांडेय ने बताया कि अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में काफी पानी बरसा. जमीन में नमी बढ़ गई. कई स्थानों पर काफी पानी लग गया. फैलिन का असर समाप्त हुआ. फिर तेज धूप निकली. जमीन की परत का पानी वाष्प बनकर ऊपर जाने लगी. वह काफी एकत्र हो चुका है.
वातावरण में तैरता धूल कण वाष्प के साथ मिश्रण कर सघन रूप धारण कर लिया है. यह कोहरा बनकर शाम होते ही गिरने लगता है. कुहरा के कारण धूप नहीं निकल रहा है. तापमान भी कम हो गया है. अधिकतम तापमान 28.5 व न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. कोहरा के कारण दो किलोमीटर ही दिख रहा है. आद्र्रता काफी अधिक बढ़ गया है. 83 प्रतिशत रिकॉर्ड किया गया.