मुजफ्फरपुर. जंकशन पर सोमवार को उस वक्त मां की ममता शर्मसार हो गयी जब एक महिला अपनी एक साल की दूधमुंही बच्ची को ग्वालियर मेल के सामान्य बोगी में छोड़ कर चली गयी. बच्ची के रोने की आवाज सुनकर यात्रियों ने उसे उठाकर जंकशन पर गुलदस्ता बनाने वाली सलोचना देवी को सौंप दिया. सलोचना देवी ने लावारिस बच्ची की सूचना स्टेशन मास्टर को दी. स्टेशन मास्टर ने जीआरपी प्रभारी वासुदेव राय को इसकी जानकारी दी.
इसके बाद बच्ची को सुलोचना देवी से लेकर चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया. एक कपड़े में लपेट सीट पर छोड़ दिया सुलोचना देवी ने बताया कि रामदयालु स्टेशन पर जब ग्वालियर मेल रुकी तो कुछ यात्रियों ने उसे बुलाया. यात्रियों ने कहा कि एक बच्ची ट्रेन में छूट गयी है. वह रो रही है. आप इसे लालन-पालन के लिये रख लें.
बच्ची को रोते देख सुलोचना ने उसे अपनी गोद में ले लिया. बच्ची को सुलोचना ने नहलाया और उसे साफ कपड़े में पलेट कर रख लिया. सुलोचना ने बताया कि वह रामदयालु स्टेशन पर फूल का गुलदस्ता बनाकर अपना और अपने दो बच्चे का पालन पोषण करती है. इस बच्ची का पालन-पोषण उससे नहीं हो पाता.
इस कारण उसने स्टेशन प्रबंधक को बच्ची के बारे में सूचना दी. स्टेशन प्रबंधक ने जीआरपी को बच्ची के बारे में बताया. सूचना पर जीआरपी बच्ची को लेने रामदयालु स्टेशन पहुंच गयी. स्टेशन से ही चाइल्ड हेल्पलाइन को फोन कर उसे बुलाया गया. चाइल्ड हेल्पलाइन से आने के बाद बच्ची को उसके हवाले कर दिया गया.