मुजफ्फरपुर: ट्रांसमिशन लाइन में फॉल्ट के कारण सोमवार को बेला, ढ़ोली व कुढ़नी फीडर ब्रेकडाउन में फंस गया. बेला फीडर के 33 हजार लाइन का जंफर जल जाने के कारण आपूर्ति ठप हो गयी. हालांकि बेला फीडर की लाइन एक घंटे के अंदर चालू कर दी गयी. ढ़ोली व कुढ़नी फीडर काफी देर तक ब्रेकडाउन में फंसा रहा. बिजली बंद रहने से इस फीडर से जुड़े लोगों को बिजली पानी की किल्लत का सामना करना पड़ा. उधर देर शाम आयी तेज आंधी के दौरान भी कई फीडरों को सुरक्षा के मद्देनजर बंद कर रखा गया.
तेल रिसने से जला ट्रांसफॉर्मर
बेला के लक्ष्मीनरायण मोहल्ले का ट्रांसफॉर्मर सोमवार को जवाब दे गया. लोगों के अनुसार एक सप्ताह से ट्रांसफॉर्मर से तेल रिस रहा था. इसकी सूचना देने के बावजूद विभाग की ओर से ठीक कराने का प्रयास नहीं किया गया. इससे ट्रांसफॉर्मर में अचानक धुआं निकलने लगा. इसके बाद तेज आवाज के साथ फ्यूज उड़ गया.
इधर, कांटी प्रखंड के मुस्तफापुर बगाही पश्चमी में तीन महीने से ट्रांसफॉर्मर जला हुआ है. जबकि डीएम को सौंपी रिपोर्ट में अप्रैल महीने में सभी जले ट्रांसफॉर्मर बदले जाने की बात कही गयी है. गांव के शिवजी मुखिया, दिनेश राय, दिलीप कुमार, रौशन कुमार, अरविंद राय, धर्मनाथ राय ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर बदलने के लिए कार्यालय का चक्कर लगा कर थक चुके है. जबकि विभाग के निर्देशानुसार जले ट्रांसफॉर्मर को तीन दिनों के अंदर बदल दिया जाना है.
80 मेगावाट आपूर्ति
सोमवार को जिले को सुबह से भरपूर बिजली दी गयी. लेकिन पावर स्टेशन ने लचर सिस्टम के कारण लगातार बिजली लेने से हाथ खड़ा कर दिया. इसके कारण 80 मेगावाट बिजली मिलने के बावजूद निर्बाध आपूर्ति नहीं हुई. भीखनपुर ग्रिड को 50 से 60 मेगावाट के बीच बिजली मिली. वही एसकेएमसीएच को 30 मेगावाट तक बिजली दी गयी.