मुजफ्फरपुर: औराई विधान सभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे राम सूरत राय पिछले पांच साल में लखपति से करोड़पति बन गये, तो कांटी से हम के उम्मीदवार अजीत कुमार की संपत्ति भी आठ गुना बढ़ी है. अजीत कुमार के पास 32 लाख रुपये मूल्य की कृषि व गैर कृषि योग्य जमीन है. धनबल के मामले में कांटी से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे परवेज आलम भी पीछे नहीं है. उनकी चल व अचल संपत्ति 1.04 करोड़ रुपये की है.
गुरुवार को विधान सभा चुनाव के लिए नामांकन के दौरान दिये शपथ पत्र में प्रमुख नेताओं ने अपनी संपत्ति सहित अन्य ब्योरा दिया है, जो उनकी हैसियत का अंदाजा लगाने के लिए काफी है. वर्ष 2010 के विधान सभा चुनाव में रामसूरत राय ने अपनी कुल संपत्ति 73 लाख 85 हजार 375 रुपये बतायी थी, जबकि गुरुवार को दिये शपथ पत्र में कुल संपत्ति एक करोड़ 41 लाख 38 हजार 781 रुपये की है. वे 26 लाख 57 हजार 283 रुपये के कर्जदार भी है. यही नहीं, उनकी पत्नी सुभद्रा देवी के पास भी कुल एक करोड़ एक लाख 85 हजार 480 रुपये की संपत्ति है. इनके नाम से एक पिस्टल व एक राइफल है, जबकि एक मामला न्यायालय में लंबित है. अजीत कुमार के शपथ पत्र के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति एक करोड़ 37 लाख 55 हजार रुपये है. उनकी जंगम अस्तियां 72 लाख 55 हजार 819 रुपये की है, जबकि स्थावर संपत्ति 65 लाख रुपये की है.
उनके ऊपर सात लाख 75 हजार रुपये का बैंक लोन भी है. उनकी पत्नी के नाम पर भी 69 लाख 54 हजार 900 रुपये की जंगम अस्तियां व 98 लाख 40 हजार रुपये की स्थावर अस्तियां है. 2010 के चुनाव में श्री कुमार के पास कुल संपत्ति 16 लाख 27 हजार रुपये की थी, जबकि उनकी पत्नी के नाम पर 15 लाख 66 हजार 159 रुपये की. इंजीनियरिंग कर चुके श्री कुमार असलहों के भी शौकीन है. उनके नाम पर एक राइफल व रिवाल्वर तथा उनकी पत्नी के नाम पर एक रिवाल्वर है.
कांटी से राजद उम्मीदवार परवेज आलम धन-संपदा के मामले में करोड़पति है, लेकिन वाहन के नाम पर उनके पास सिर्फ एक मोटरसाइकिल है. शपथ पत्र के अनुसार उनके पास पैतृक संपत्ति 99 लाख रुपये की है तथा चल संपत्ति के रूप में नकदी समेत कुल पांच लाख 21 हजार 743 रुपये है. वे नौवीं पास है. उनकी पत्नी के नाम पर भी तीन लाख 73 हजार 530 रुपये की संपत्ति है. उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं है. पांच साल में सात साल बढ़ी उम्र मुजफ्फरपुर. औराई से भाजपा उम्मीदवार रामसूरत राय की संपत्ति के साथ ही उम्र भी बढ़ी है.
हैरान करने वाली बात खुद उनके शपथ पत्र में है. वर्ष 2010 के विधान सभा चुनाव के लिए श्री राय ने आैराई विस सीट पर भाजपा के टिकट पर 6 अक्तूबर 2010 को नामांकन किया था. उस दौरान दिये शपथ पत्र में उन्होंने अपनी आयु 38 वर्ष बताई है. जबकि ठीक पांच साल बाद 2015 के चुनाव के लिए दावेदारी करते हुए उन्होंने जो शपथ पत्र दिया है, उस पर आयु 45 वर्ष बतायी गयी है.