मुजफ्फरपुर: वन विभाग में पौधरोपण के नाम पर लाखों की लूट हो रही है. इसका खुलासा मरीन ड्राइव पर हुए पौधरोपण में हुआ है. करीब डेढ़ किलो मीटर में वन विभाग ने पंद्रह सौ पौधे लगाये थे. सभी पौधों को सुरक्षित करने के लिए कवर जाली लगाया गया था.
अभी एक महीने भी नहीं बीते थे कि पौधा व जाली दोनों उखड़ गये हैं. पौधे लगाने में सिर्फ मजदूरों पर 15 हजार रुपये खर्च किये गये थे, जबकि प्रति पौधा पांच रुपये व प्रति जाली कवर की कीमत पांच रुपये लगा था, लेकिन जाली को बिना बेस के वैसे ही जमीन में गाड़ दिया गया.
कुछ जालियों में हल्की सी गिट्टी की सपोर्ट दी गयी है, लेकिन हवा चलने पर वह भी उखड़ कर बाहर गिर गयी. तेज आंधी और बारिश के समय लगभग एक तिहाई जाली गिर गयी थी, जिन्हें आनन-फानन में खड़ा कर दिया गया, लेकिन ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गयी, जिससे वह टिकी रह सकें. अगर फिर आंधी आये तो यह जाली गिर जायेंगी. तिरहुत प्रमंडल के वन संरक्षक प्रभात कुमार गुप्ता ने बताया कि पिछले महीने ही डीएफओ की देखरेख में यह पौध रोपण कराया था. जाली कवर को आधा मीटर तक सीमेंट से जाम करना है. अगर जाली व पौधा उखड़ गया है तो डीएफओ से स्पष्टीकरण मांगा जायेगा. पौध रोपण व जाली कवर करने वाले पर कार्रवाई की जायेगी.
अभी नहीं हुआ उद्घाटन
अभी मरीन ड्राइव का उद्घाटन भी नहीं हुआ और पौधे उखड़ गये हैं. यहां पौधरोपण करने के बाद अधिकारियों ने वन विभाग को रिपोर्ट सौंप दी थी.