21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

निगम बोर्ड की चार घंटे की बैठक में दो घंटे हंगामा

पूर्व की तरह बुधवार को भी निगम बोर्ड की बैठक में जम कर हंगामा हुआ. अमूमन शहरी व्यवस्थाओं पर शांत रहनेवाले पार्षद बोर्ड की बैठक में मुखर दिखे. इस दौरान चार घंटे की बैठक में दो घंटे तक हंगामा होता रहा. आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा. मान-मनौव्वल भी होती रही. फैसले हुये, लेकिन पुराने तर्ज […]

पूर्व की तरह बुधवार को भी निगम बोर्ड की बैठक में जम कर हंगामा हुआ. अमूमन शहरी व्यवस्थाओं पर शांत रहनेवाले पार्षद बोर्ड की बैठक में मुखर दिखे. इस दौरान चार घंटे की बैठक में दो घंटे तक हंगामा होता रहा. आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा. मान-मनौव्वल भी होती रही.
फैसले हुये, लेकिन पुराने तर्ज है. वेपर की मरम्मत होगी. कूड़ा उठेगा, सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ेगी जैसे.मुजफ्फरपुर : मिठनपुरा के आम्रपाली ऑडिटोरियम में निगम बोर्ड की बैठक मेयर वर्षा सिंह की अध्यक्षता में हुई. बैठक तीन माह बाद हुई थी. इससे पहले 26 मई को बैठक हुई थी. विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले बैठक को बुलाया गया था, ताकिआचार संहिता लागू होने से चार माह में होनेवाले कामों को बोर्ड से पास कराया जा सके.
बोर्ड की बैठक का उद्देश्य शहर की सफाई, सौंदर्यीकरण व विकास कैसे किया जाये, इस मुद्दे पर पार्षदों की राय जानना था, ताकि आगे की रणनीति बनायी जा सके, लेकिन निगम का यह दावं उलटा पड़ गया.
पेयजल संकट, रोशनी व गंदगी से बजबजाते शहर के मुद्दे पर पार्षद उखड़ गये. चार घंटे तक चली बैठक में आधा से अधिक समय हंगामा में ही बीत गया. चार एजेंडों पर चर्चा होनी थी, लेकिन एजेंडा से अलग हट कर पार्षद अपने-अपने इलाके से जुड़ी समस्याओं को उठाने लगे.
पार्षदों की बातों को नजरअंदाज कर नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन ने विगत बैठक की कार्यवाही की संपुष्टि की घोषणा कर दी. पार्षदों को शांत रहने को कहा. इस पर पार्षदों का आक्रोश और भड़क गया. पार्षदों ने उनके टेबुल के सामने जाकर हंगामा करते हुए हाथ से माइक छीन लिया. इस दौरान जमकर नोकझोंक हुई. बाद में मेयर व बॉडीगार्ड के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ.
क्यों ऑफ रहता है नगर आयुक्त का मोबाइल?
सरकारी मोबाइल स्विच ऑफ रखने एवं रिंग होने के बाद भी कॉल रिसीव नहीं करने पर पार्षदों ने नगर आयुक्त की बोर्ड की बैठक में जमकर खिंचाई की. पार्षद ममता सिंह, शीतल गुप्ता, अर्चना पंडित, संजय पासवान आदि ने कहा, नगर आयुक्त महोदय पहले बताइये, आप सरकारी मोबाइल क्यों स्विच ऑफ रखते हैं? कभी रिंग भी होती है, तो आप कॉल रिसीव नहीं करते है.
ऐसा क्यों? इस पर कुछ देर के लिए नगर आयुक्त चुप रहे. बाद में नगर आयुक्त ने सफाई देने लगे, लेकिन पार्षदों ने मानने से इनकार कर दिया. उन्होंने पूर्व के नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा का उदाहरण देते हुए कहा कि आज उनका इतना नाम इसलिए है कि वे किसी का कभी भी कॉल रिसीव करते थे. उनका आधा काम मोबाइल से ही हो जाता था. पार्षदों ने नगर आयुक्त को हिमांशु शर्मा के पदचिह्न पर चलने की नसीहत दी.
लूट-खसोट के लिए बुलायी जाती है बैठक
हंगामा कर रहे पार्षदों ने कहना था कि बैठक प्रत्येक माह होनी चाहिए, लेकिन नहीं होती है, जब कुछ योजनाओं को पास कर निगम को लूट-खसोट करना होता है, तब बैठक बुलायी जाती है.
शहर की सफाई व्यवस्था ठप है. पूरा शहर गंदगी से बजबजा रहा है.जलापूर्ति का पाइप लाइन फूटा है. इस कारण लोगों के किचेन तक में गंदा पानी सप्लाई हो रहा है.
शहर में लगे वेपर खराब हैं. रात में गली-मोहल्ला से लेकर मुख्य सड़कों तक अंधेरा रहता है. छिनतई, लूट व आपराधिक वारदातें बढ़ गयी हैं. इसकी चिंता किसी को नहीं है. निगम सिर्फ टैक्स वसूली व किस योजना में कितना कमीशन मिलेगा, इसमें लगा है.
सात आदमी कैसे ले सकते हैं 49 वार्ड का फैसला
पार्षद राजीव कुमार पंकू, संजय पासवान, शीतल गुप्ता, त्रिभुवन राय आदि ने स्टैंडिंग बोर्ड के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि सात आदमी पूरे शहर के बारे में कैसे कोई निर्णय ले सकते हैं.
यह गलत है. उन लोगों का कहना था कि स्टैंडिंग बोर्ड की बैठक बुलायी जाती है, लेकिन इसकी जानकारी जो उसके सदस्य हैं, सिर्फ उन्हीं को रहती है. जबकि, अन्य पार्षदों को भी समय से इसकी सूचना मिलनी चाहिए. ताकि, पार्षद अपने-अपने इलाके से जुड़ी समस्या को बोर्ड के सामने पेश कर सकें. नगर आयुक्त ने अगली बार से इसमें सुधार की बात कही.
निगम की गाड़ियों में लगेगा जीपीएस
शहर से नियमित कूड़ा नहीं उठाये जाने पर पार्षदों ने नाराजगी जाहिर की. वार्ड 26 के पार्षद संजय पासवान ने कहा, निगमकर्मी तेल बचाने के लिए शहर से कूड़ा नहीं उठाते हैं. उनके वार्ड में पिछले तीन माह से कूड़े का ढेर लगा है. इसके दुर्गंध आ रही है, लेकिन कहने के बावजूद कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है. अन्य पार्षदों ने भी इसका समर्थन किया. इसके बाद नगर आयुक्त ने कहा कि तेल के खेल पर रोक लगाने के लिए निगम के पास जितनी गाड़ियां हैं, उनमें जीपीएस सिस्टम लगाया जा रहा है. इसकी कवायद तेज है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें