काफी देर तक आग की लपटें उठती रहीं. इसकी सूचना पर आरपीएफ प्रभारी अरविंद कुमार जवानों के साथ मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाया. उन्होंने बताया कि पावर हाउस से कुछ दूरी पर आग लगी थी. समय से सूचना मिलने पर उस पर काबू पा लिया गया. पावर हाउस (रेलवे फीडर 33 केवी) के सीमा से करीब 50 मीटर की दूरी पर लकड़ी व घास-फूस रखा था. इससे अचानक धुआं निकलने लगा.
इसके बाद ट्रैक के समीप से गुजर रहे लोगों के बीच अफरा तफरी मच गयी. अगर बारिश नहीं होती तो आग की लपटें तेज हो सकती थीं और आग पावर हाउस तक पहुंच सकती थी. पावर हाउस में आग से बचाव के लिए सुरक्षा के खास इंतजाम नहीं थे. पावर हाउस से मुजफ्फरपुर जंकशन व कई स्टेशनों के साथ ओएचइ तार को भी बिजली की आपूर्ति की जाती है. आग लगने से बड़ा हादसा हो सकता था. रेलवे के ओएचइ तार में कई बार करंट आ चुका है. इससे एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. बताया जाता है कि बुधवार को आग शार्ट सर्किट की वजह से लगी.