मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि में गुरुवार को कुलपति डॉ पंडित पलांडे की अध्यक्षता में नामांकन समिति की बैठक हुई. यह बैठक पीजी में सीटों की संख्या बढ़ाये जाने के लिए बुलायी गयी थी, ताकि स्नातक पार्ट वन, टू व थ्री में पेंडिंग रिजल्ट वाले छात्र-छात्राओं को नामांकन का मौका मिल सके. लेकिन इसका लाभ सत्रह कॉलेजों को मिला.
नामांकन समिति ने इन कॉलेजों में विभिन्न विषयों में स्नातक की सीटें तीस प्रतिशत तक बढ़ाये जाने की सहमति दे दी. लाभ पाने वालों में अंगीभूत के साथ संबद्ध कॉलेज भी शामिल हैं. पीजी की सीटें महज विवि भौतिकी व जूलॉजी विभाग में ही बढ़ी. आरडीएस कॉलेज के स्नातकोत्तर वाणिज्य विभाग में भी सीटों की संख्या तीस प्रतिशत तक बढ़ाने पर सहमति बनी.
लेकिन कला विषयों में सीटों की संख्या नहीं बढ़ायी गयी है. इससे सैकड़ों छात्र-छात्राओं को नुकसान होगा. दरअसल, इन दिनों जिन छात्र-छात्राओं के पेंडिंग सुधार के लिए आवेदन आ रहे हैं, उसमें अधिकांश कला विषयों से हैं. उसमें से कई छात्र
विवि अधिकारियों के निर्देश पर संबंधित विभागों में पीजी फस्र्ट सेमेस्टर में नामांकन के लिए आवेदन भी जमा कर चुके हैं. लेकिन अब कला विषयों में सीटों की संख्या नहीं बढ़ने से इनके नामांकन पर संशय कायम हो गया है.
इन कॉलेजों में बढ़ीं स्नातक की सीटें
आरएन कॉलेज हाजीपुर, बीसी पटेल स्मारक कॉलेज देसरी, पीआरआर डिग्री कॉलेज बैरगेनिया, बाबा भूतनाथ कॉलेज बगहा, एबीएस कॉलेज लालगंज, सीएन कॉलेज साहेबगंज, एनएन कॉलेज सिंघाड़ा, बीएमडी कॉलेज दयालपुर, ए कॉलेज महुआ, एसएनएस कॉलेज हाजीपुर, पंडित वाइकेजे कॉलेज बगाही, जेएलएनएम कॉलेज सुरसंड, आरएलएसवाई कॉलेज बेतिया, एलएन कॉलेज भगवानपुर, पीयूपी कॉलेज मोतिहारी, एमएसएम समता कॉलेज, आरडीएस कॉलेज.
नामांकन समिति में जिन कॉलेजों व पीजी विभाग के सीट वृद्धि का प्रस्ताव पेश किया गया, उन सबों को मंजूरी दे दी गयी है. जरू रत पड़ने पर अन्य विभागों के प्रस्ताव को भी नामांकन समिति में रखा जायेगा. हालांकि, फिलहाल इसका कोई प्रस्ताव नहीं आया है.
डॉ सतीश कुमार राय, कुलानुशासक