मुजफ्फरपुर: मिठनपुरा थानाक्षेत्र अपराधियों के लिए सुरक्षित जोन बनता जा रहा है. गुरुवार की शाम बाइकर्स गैंग ने फिर दो महिलाओं को अपना शिकार बनाया. शाम करीब साढ़े सात बजे बीएमपी-6 के जवान राजीव कुमार की पत्नी सोनी कुमारी व गुडडु कुमार की पत्नी मार्केटिंग कर बाबन विगहा स्थित घर लौट रही थी. रास्ते में […]
मुजफ्फरपुर: मिठनपुरा थानाक्षेत्र अपराधियों के लिए सुरक्षित जोन बनता जा रहा है. गुरुवार की शाम बाइकर्स गैंग ने फिर दो महिलाओं को अपना शिकार बनाया. शाम करीब साढ़े सात बजे बीएमपी-6 के जवान राजीव कुमार की पत्नी सोनी कुमारी व गुडडु कुमार की पत्नी मार्केटिंग कर बाबन विगहा स्थित घर लौट रही थी.
रास्ते में दोनों ने सब्जी भी खरीद ली. खादी भंडार चौक से पहले प्रसाद विवाह भवन के समीप जैसे ही पहुंची कि पल्सर बाइक पर सवार दो अपराधी उसके बगल में आकर रु के और दोनों के हाथ से झोला छीनक र भाग निकले. महिलाओं ने बताया, झोला में बाजार से खरीदे की गये कपड़े, मोबाइल के साथ ही सब्जी भी थी. कुछ देर तक दोनों महिलाएं स्तब्ध रह गयी और आसपास के लोग भी देखते ही रह गये.
बाद में लोगों को पता चला कि बाइकर्स गैंग ने दोनों को लूट लिया. आरक्षी राजीव कुमार की पत्नी सोनी कुमारी ने बताया कि घर आने के बाद उसने अपने पति को घटना की जानकारी दी. इसके बाद गुड्डु कुमार थाने में जाकर इस संबंध में शिकायत दर्ज करायी है. मिठनपुरा थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बीएमपी के जवान गुड्डु कुमार ने मामले में सनहा दर्ज कर कराया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
पांच दिन पहले भी दो महिलाओं को बनाया था निशाना
मिठनपुरा थानाक्षेत्र के हरिसभा चौक चौराहे से लेकर पानी टंकी व हाथी चौक से लेकर खादी भंडार चौक तक का क्षेत्र डेंजर जोन बन गया है. पुलिस गश्ती व सुरक्षा को चुनौती देते हुए बाइकर्स गैंग महिलाओं के साथ लूट व छिनतई की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. बीती 19 जुलाई को ही थाना क्षेत्र का व्यस्तम इलाका माने जाने वाले गुरुद्वारा के समीप दिन-दहाड़े बाइकर्स गैंग ने दो महिलाओं सुधा देवी व चिकित्सक की पत्नी कुसुम लता की चेन छीन ली थी. विरोध करने पर कुसुम लता के कर्मचारी वीरेंद्र को गोली मारकर घायल कर दिया था. अपराधी गुरुद्वारा से पानी टंकी चौक तक करीब 20 से 25 मिनट तक उत्पात मचाते रहे फिर भी पुलिस नहीं पहुंच सकी. एसएसपी रंजीत कुमार मिश्र ने मिठनपुरा थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार को तीन दिनों के अंदर इस लूट कांड का उद्भेदन करने का आदेश दिया था. उद्भेदन नहीं होने पर कार्रवाइ की भी बात कहीं थी, लेकिन पुलिस मामले का खुलासा नहीं कर पायी. इस बीच बाइकर्स गैंग ने फिर दो महिलाओं को निशाना बना दिया.