मुजफ्फरपुर: पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने उन अटकलों को खारिज कर दिया है, जिनमें उनके छह अक्तूबर को पटना में हुई बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर कयास लगाये जा रहे थे. रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा, बीमार होने के कारण वह बैठक में नहीं जा सके थे. मैं रांची गया था. एक बात मैं साफ कर देना चाहता हूं, इस बार भी संकट को ङोलते हुए पार्टी आगे निकलेंगी. राजद एकजुट है. लालू सर्वोपरि नेता हैं.
कांग्रेस, भाजपा व जदयू पर निशाना साधते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, किसी को मुगालते में नहीं रहना चाहिए. राजद और मजबूत हो रहा है. उन्होंने कहा, मैं पहले भी पार्टी की कई बैठकों में नहीं गया था. इस पर अटकलबाजी करना बेतुकी बात है. अन्य राजनीतिक दलों से भी अपील की कि सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए वे एक हो जायें.
डॉ सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सभी दलों के लोग एकमत होकर फैसले को निरस्त करने का निर्णय लिये थे. इसके तहत सरकार ने अध्यादेश जारी किया, जब रांची कोर्ट में लालू जी पर फैसला आया, तो बीजेपी व जदयू अध्यादेश पर सहमति से अलग हटे और कांग्रेस भी समर्थन में आ गयी. यदि लालू जी के केस पर फैसला न आया होता तो बिल पास कर गया होता.
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने यह दिखा दिया है कि पार्टी में जो हूं, मैं हूं. इससे उन्हीं की पार्टी व प्रधानमंत्री की किरकिरी हुई है. यह घड़ पार्टी के लिए कुछ कठिन है. हमारे ऊपर हमले हो रहे हैं. हम पहले भी संकट ङोल चुके हैं और इस संकट को आसानी से ङोल लेंगे. विरोधियों के हमले का जवाब जनता की ताकत से हम देंगे.