मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में बायोटेक्नोलॉजी के स्नातक पार्ट वन के प्रथम पेपर की परीक्षा दुबारा कराने की मांग को लेकर विवि में जम कर हंगामा हुआ. आक्रोशित छात्र-छात्राओंने छात्र राजद के नेतृत्व में विवि प्रशासन के खिलाफ जम कर नारे लगाये. उन लोगों ने पहले परीक्षा नियंत्रक डॉ अरुण कुमार सिंह के समक्ष अपनी मांग रखी, पर वहां से इनकार सुनने के बाद वे लोग नारे लगाते हुए कुलसचिव कार्यालय पहुंचे. वहां भी उनकी कर्मचारियों के साथ बकझक हुई. बाद में मामला बिगड़ता देख कुलसचिव डॉ विवेकानंद शुक्ला ने आक्रोशित छात्रों को उनकी मांग परीक्षा बोर्ड में रखने का आश्वासन दिया. तब जाकर मामला शांत हुआ. प्रदर्शन करने वालों में छात्र राजद के विवि अध्यक्ष अविनाश यादव, कार्यकारी अध्यक्ष सौरभ रंजन सहित अन्य छात्र शामिल थे.
क्या है मामला
गत 19 सितंबर को एलएस कॉलेज केंद्र पर बायोटेक्नोलॉजी के प्रथम पेपर की परीक्षा हो रही थी. इसमें नीतीश्वर कॉलेज, एसआरकेजी कॉलेज सीतामढ़ी जगन्नाथ मिश्र कॉलेज के 86 छात्र-छात्रएं सम्मिलित थी. परीक्षा के दौरान वीक्षकों ने जैसे ही प्रश्न पत्र बांटे, छात्र ने प्रश्नों में गड़बड़ी का आरोप लगाना शुरू कर दिया. उनका आरोप था कि प्रथम पेपर जो प्रश्न पूछे गये हैं व पेपर टू के सिलेबस के हैं. वीक्षकों ने जब उनकी बात मानने से इनकार कर दिया तो सभी छात्र-छात्रओं ने परीक्षा का बहिष्कार कर दिया.
विशेषज्ञ करेंगे जांचपरीक्षा बहिष्कार में बाद सभी छात्र परीक्षा नियंत्रक डॉ अरुण कुमार सिंह से मिलने पहुंचे. इस दौरान डॉ सिंह ने प्रश्न पत्र की जांच विशेषज्ञ से कराने व उसमें उनकी बात सही साबित होने पर परीक्षा की नयी तिथि घोषित करने का आश्वासन दिया. बताया जाता है कि परीक्षा नियंत्रक ने इसके बाद प्रश्न पत्र की जांच विशेषज्ञ से करायी, पर उसमें गड़बड़ी की कोई बात सामने नहीं आयी. हालांकि फिलहाल यह मौखिक है. अब कुलसचिव ने नये सिरे से प्रश्नों की जांच विशेषज्ञ से कराने की बात कही है.