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दो साल अध्यापन के अनुभव पर ही होगा बीएड में नामांकन

मुजफ्फरपुर: विवि दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के सत्र 2015-17 में बीएड कोर्स में नामांकन के लिए ‘डिप्लोमा इन एलिमेंटरी एजुकेशन (डीइएलक्ष्डी)’ की डिग्री की अनिवार्यता नहीं होगी. अभ्यर्थी पूर्व की तरह दो साल अध्यापन के अनुभव का प्रमाण पत्र देकर नामांकन ले सकेंगे. हालांकि इसके लिए उन्हें स्नातक में न्यूनतम 50 प्रतिशत होना अनिवार्य होगा. मंगलवार […]

मुजफ्फरपुर: विवि दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के सत्र 2015-17 में बीएड कोर्स में नामांकन के लिए ‘डिप्लोमा इन एलिमेंटरी एजुकेशन (डीइएलक्ष्डी)’ की डिग्री की अनिवार्यता नहीं होगी. अभ्यर्थी पूर्व की तरह दो साल अध्यापन के अनुभव का प्रमाण पत्र देकर नामांकन ले सकेंगे. हालांकि इसके लिए उन्हें स्नातक में न्यूनतम 50 प्रतिशत होना अनिवार्य होगा.

मंगलवार को कुलपति डॉ पंडित पलांडे की अध्यक्षता वाली एडवाइजरी बोर्ड ने इसके लिए मंजूरी दे दी है. यह फैसला एनसीटीइ की ओर से जारी बीएड कोर्स के रेगुलेशन के हिंदी वजर्न के आधार पर लिया गया है. इसमें संस्थान को विकल्प चुनने की छूट दी गयी थी. अब निदेशालय बीएड में नामांकन के लिए डीइएलक्ष्डी की अनिवार्यता खत्म करने से संबंधित प्रस्ताव राज्य सरकार व एनसीटीइ को भी भेजेगी. हालांकि मंजूरी की प्रत्याशा में नामांकन प्रक्रिया इसी माह शुरू होगी. प्रशासनिक अधिकारी ललन कुमार ने बताया कि कोर्स के लिए नामांकन फॉर्म 22 जून से मिलेंगे.
पूरे बिहार में प्रोफेशनल कोर्स चलाने का अधिकार
एडवाइजरी बोर्ड ने प्रोफेशनल कोर्स के लिए निदेशालय का कार्य क्षेत्र पूरे बिहार को घोषित करने का फैसला लिया है. इसके लिए सत्र 2015-16 से सभी प्रोफेशनल कोर्स को ऑनलाइन किया जायेगा. यानी इस सत्र में नामांकित अभ्यर्थी परीक्षा फॉर्म ऑनलाइन भर सकेंगे. परीक्षा भी ऑनलाइन होगी. हालांकि निदेशालय के सभी परंपरागत कोर्स पांच जिलों, मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण व पश्चिमी चंपारण स्थित स्टडी सेंटर में ही चलेगा. इस संबंध में निदेशालय एनसीटीइ को प्रस्ताव भेज स्थायी मान्यता भी मांगेगी.
डिस्टेंस में शुरू होगा एमजेएमसी कोर्स
निदेशालय में सत्र 2015-16 से मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन कोर्स शुरू होगा. इसके लिए एडवाइजरी बोर्ड ने मंजूरी दे दी है. कोर्स में नामांकन की प्रक्रिया इसी माह से शुरू होगी. गौरतलब है कि राजभवन ने बीते साल 18 जुलाई को ही कोर्स के रेगुलेशन व ऑर्डिनेंस को मंजूरी दे चुकी है. कुलपति कार्यालय में आयोजित बैठक में निदेशालय के निदेशक डॉ शिवजी सिंह, कुलानुशासक डॉ सतीश कुमार राय, कुलसचिव डॉ रत्नेश मिश्र, एनसीटीइ के प्रतिनिधि डॉ ज्ञान देव मनी त्रिपाठी व निदेशालय के प्रशासनिक अधिकारी ललन कुमार शामिल थे.

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