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विवि में वोकेशनल कोर्स इस सत्र से होगा महंगा

मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में त्रि-वर्षीय वोकेशनल कोर्स करना सत्र 2015-16 से महंगा हो जायेगा. विवि प्रशासन ने इसके लिए पुनरीक्षित (रिवाइज्ड) शुल्क की सूची संबंधित कॉलेजों को पहले ही भेज चुकी है. शुल्क का निर्धारत बीते साल 23 सितंबर को वोकेशनल कोर्स के इम्पलिमेंटेशन एंड मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक में लिये गये फैसले के […]

मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में त्रि-वर्षीय वोकेशनल कोर्स करना सत्र 2015-16 से महंगा हो जायेगा. विवि प्रशासन ने इसके लिए पुनरीक्षित (रिवाइज्ड) शुल्क की सूची संबंधित कॉलेजों को पहले ही भेज चुकी है. शुल्क का निर्धारत बीते साल 23 सितंबर को वोकेशनल कोर्स के इम्पलिमेंटेशन एंड मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक में लिये गये फैसले के आधार पर जारी किया गया है. इसके तहत अधिकांश वोकेशनल कोर्स में लगने वाली राशि में प्रतिवर्ष एक हजार रुपये की बढ़ोतरी की गयी है. यानी तीन साल में छात्रों को पहले की अपेक्षा तीन हजार रुपये अधिक शुल्क देने होंगे.
इस बार अलग-अलग कॉलेजों में चल रहे एक ही कोर्स की फी में भी एकरुपता लाने का प्रयास किया गया है. मसलन, पहले एलएस कॉलेज से इंडस्ट्रिलय माइक्रो बायोलॉजी (आइएमबी) कोर्स करने के लिए छात्र-छात्रओं को जहां 22 हजार रुपये खर्च करते होते थे. वहीं यही कोर्स किसी अन्य कॉलेज से करने पर 29 हजार खर्च होते थे. इस बार से एलएस या किसी अन्य कॉलेज से यह कोर्स करने पर एक समान 32 हजार रुपये शुल्क के रू प में लिये जायेंगे. यानी एलएस कॉलेज से यह कोर्स करने के लिए छात्रों को पहले के मुकाबले दस हजार रुपये अधिक खर्च करने होंगे. इसी तरह आरडीएस कॉलेज से इंडस्ट्रीयल फीस एंड फिशरीज (आइएफएएफ) कोर्स करने में पहले 33 हजार रुपये लगते थे. वहीं यही कोर्स एसएनएस कॉलेज मोतिहारी से करने के लिए महज 21 हजार रुपये खर्च करने पड़ते थे. अब इस अंतर को खत्म कर दिया गया है. अब किसी भी कॉलेज से यह कोर्स करने के लिए छात्रों को एक समान 36 हजार रुपये शुल्क के रू प में देने होंगे. यानी एसएनएस कॉलेज से आइएमएएफ कोर्स करना पहले से 15 हजार रुपये महंगा हो गया है. पुनरीक्षित शुल्क नये नामांकन पर ही लागू होगा.
सेमेस्टर सिस्टम लागू होने पर बढ़ेगा शुल्क. सत्र 2015-16 से वोकेशनल कोर्स में भी सेमेस्टर सिस्टम लागू करने की योजना बनायी जा रही है. यदि ऐसा होता है तो तीन वर्षीय वोकेशनल कोर्स करना और भी महंगा हो जायेगा. फिलहाल बीबीए एकमात्र तीन वर्षीय कोर्स हैं, जिसमें सेमेस्टर सिस्टम लागू है. पूर्व में इस कोर्स के लिए छात्रों को जहां तीन वर्ष में 29 हजार (11000+9000+9000) रुपये खर्च करने होते थे. वहीं सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के साथ ही अब छात्र-छात्राओं को 42 हजार (12000+5*6000) रुपये खर्च करने होंगे. सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के बाद अधिकांश कोर्स में कुछ इसी अनुपात में फी की बढ़ोतरी हो सकती है. लेकिन फिलहाल सिलेबस निर्माण की गति को देखते हुए कम ही उम्मीद है कि इस साल वोकेशनल कोर्स में सेमेस्टर सिस्टम लागू हो सकता है. अधिकारी भी दबी जुबान इसे स्वीकार कर रहे हैं.
विवि की भी बढ़ेगी हिस्सेदारी. वोकेशनल कोर्स करना छात्र-छात्रओं के लिए भले ही महंगा हो गया है, विवि को इससे पहले के मुकाबले अधिक लाभ होना तय है. दरअसल, सत्र 2015-16 से कॉलेजों में प्रत्येक वोकेशनल कोर्स में नामांकन पर विवि की हिस्सेदारी दस प्रतिशत से बढ़ कर पंद्रह प्रतिशत हो जायेगी. सिंडिकेट भी इस फैसले पर मुहर लगा चुकी है. यदि फी बढ़ोतरी को भी जोड़ दिया जाये तो अब विवि को एक कोर्स में पहले की अपेक्षा 60 से 65 प्रतिशत अधिक हिस्सेदारी मिलेगी.

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