मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि के 51 कॉलेजों ने करोड़ों रुपये का हिसाब युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रलय को नहीं भेजा है. इसको लेकर उन पर गाज गिर सकती है. मंत्रलय ने इस संबंध में विवि एनएसएस इकाई को सख्त चेतावनी देते हुए, अविलंब उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. ऐसा नहीं करने पर संबंधित कॉलेज इकाई को बंद किया जा सकता है. मामला वर्ष 2001 से अब तक का है.
बीआरए बिहार विवि में वर्ष 2001-02 से एनएसएस की सभी कॉलेज इकाइयों में इंटरमीडिएट से लेकर स्नातक पार्ट वन, पार्ट टू व पार्ट थ्री में नामांकन के दौरान दस रुपये एनएसएस शुल्क के रूप में लिया जाता है. इसमें से सात रुपये विवि व तीन रुपये कॉलेज इकाई के खाते में जाता है.
पर लागू होने के बाद से अब तक किसी भी कॉलेज ने न तो विवि को उसके हिस्सा की राशि भेजी, और न ही खुद के हिस्से की राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र विवि या मंत्रलय को भेजा. मंत्रलय ने उक्त राशि में गड़बड़ी किये जाने की आशंका जतायी है.