मुजफ्फरपुर: लक्ष्मी चौक पर उत्पात मचाने, राहगीरों को पिटने व दुकानों में तोड़फोड़ करने के मामले में शनिवार को सीजेएम की अदालत ने एमआइटी कॉलेज के दस छात्रों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. इसको लेकर छात्रों में आक्रोश है. रविवार को बिहार संयुक्त प्रवेश परीक्षा के सिलसिले में कॉलेज पहुंचे प्राचार्य डॉ एके नथानी को छात्रों ने घेर लिया, उनसे बहस की. आरोप लगाया कि उन्होंने इस मामले में छात्रों का पक्ष जिला प्रशासन के समक्ष सही से नहीं रखा, इस कारण यह कार्रवाई हुई. ऐसे में वे अपने पद से इस्तीफा दे.
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एमआइटी के छात्रों ने प्राचार्य को दी धमकी
मुजफ्फरपुर: लक्ष्मी चौक पर उत्पात मचाने, राहगीरों को पिटने व दुकानों में तोड़फोड़ करने के मामले में शनिवार को सीजेएम की अदालत ने एमआइटी कॉलेज के दस छात्रों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. इसको लेकर छात्रों में आक्रोश है. रविवार को बिहार संयुक्त प्रवेश परीक्षा के सिलसिले में कॉलेज पहुंचे प्राचार्य डॉ एके […]
छात्रों ने उन्हें धमकी भी दी कि वे वारंट वापस करवाने के लिए पहल करें, अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहे. प्राचार्य ने इसकी सूचना ब्रrापुरा थानाध्यक्ष को दी. इसके बाद पुलिस कॉलेज पहुंची. हालांकि तब तक सभी छात्र मौके से जा चुके थे. प्राचार्य डॉ एके नथानी ने बताया कि वे इस संबंध में सोमवार को एसएसपी रंजीत कुमार मिश्र से मिलेंगे व कॉलेज में विधि-व्यवस्था कायम रखने के लिए मदद मांगेंगे.
इधर, कोर्ट से वारंट जारी होने की सूचना मिलने के बाद से ही दसों नामजद छात्र कॉलेज से फरार बताये जा रहे हैं. आने वाले दिनों में कॉलेज में मिड सेमेस्टर की परीक्षा शुरू होने वाली है. इसमें भी उन सभी के शामिल होने पर संशय है.
सूत्रों की मानें तो आरोपित छात्र अपने साथियों के माध्यम से कॉलेज प्रबंधन से परीक्षा में शामिल होने अथवा नहीं होने के बारे में सुझाव मांग रहे हैं. हालांकि कॉलेज प्रबंधन इस मामले में कुछ भी कहने से फिलहाल बच रहा है. इधर, ब्रrापुरा थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष मनोज कुमार देव ने बताया कि वारंट की कॉपी मिलने के साथ ही सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पहल शुरू कर दी गयी है. जरू रत पड़ी तो इसके लिए एसएसपी के आदेश लेकर विशेष टीम का गठन भी किया जायेगा.
प्रमाण पत्र पर भी लगेगा काला धब्बा
लक्ष्मी चौक पर उपद्रव को गंभीरता से लेते हुए प्रमंडल आयुक्त अतुल प्रसाद ने सभी आरोपित एमआइटी के छात्रों के प्रमाण पत्र पर काला धब्बा लगाने का आदेश दिया था. इस आदेश से सभी दस नामजद अभियुक्तों का कैरियर दावं पर लग गया था. यही नहीं आयुक्त ने प्राचार्य को अज्ञात छात्रों में से उपद्रव में शामिल छात्रों की पहचान कर उन सभी के खिलाफ यही कार्रवाई का आदेश दिया था. इसके विरोध में तीन दर्जन छात्र एक अप्रैल को अनिश्चितकाल के लिए अनशन पर बैठ गये. छात्रों के दबाव पर प्राचार्य डॉ अंजनी कुमार नथानी अन्य शिक्षकों के साथ प्रमंडल आयुक्त अतुल प्रसाद व आइजी पारसनाथ से भी मिले, लेकिन अधिकारियों ने इस मामले में छात्रों को राहत देने से इनकार कर दिया. उल्टे आरोपित छात्रों की पहचान कर उन्हें कॉलेज से निकालने तक का निर्देश दे डाला.
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