थानाध्यक्ष विशाल शर्मा ने बताया कि सैरया थाना क्षेत्र के आनंद गंगोलिया निवासी कामेश्वर पासवान के आवेदन पर फर्जी तरीके से चल रहे कंपनी का उद्भेदन किया गया. इसक्रम में कंपनी के संस्थापक सहरसा जिले के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरानी बाजार वार्ड आठ के निवासी अमृता श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया गया है. कंपनी के ऑफिस से काफी संख्या में रसीद भी बरामद हुआ है. जिसपर कंपनी का नाम अमृता फैमलिटी एंड मैनेजमेंट सर्विस लिखा हुआ है. वहीं कपंनी का प्रधान कार्यालय नेकपुर बरेली, यूपी व ब्रांच ऑफिस महंत मनियारी अंकित है. रसीद के क्रम संख्या एक से 27 तक बेरोजगार युवक यवुतियों का नाम व उससे ली गयी राशि भी अंकित है.
श्री पासवान ने बताया कि अमृता मैडम के आदेश का पालन करते हुए उन लोगों ने दर्जनों युवकों को मैडम के पास लाया था. मैडम ने सभी लोगों से 15-15 सौ रुपये लेकर उनके साथ सभी युवकों को गार्ड की नौकरी के लिए पटना भेज दिया. पटना में किसी को नौकरी नहीं मिली. अब सभी लोग उनसे पैसा मांग रहे हैं. इस संबंध में अमृता मैडम अपने पति योगेश्वर श्रीवास्तव का धौंस दिखाते हुए कहा कि अभी उनके पति दिल्ली गए हैं. उनके वापस लौटने पर सभी को नौकरी मिलेगी. थानाध्यक्ष श्री शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार महिला को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.