मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में कॉपी खरीद को लेकर विवादों में घिरे विवि प्रशासन को मंगलवार को हल्की राहत मिली है. फाइनेंस कमेटी ने स्नातक पार्ट वन के छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए एजेंसी को अनुबंध की 40 प्रतिशत राशि के भुगतान पर सहमति जता दी है. अब इस प्रस्ताव को जल्द ही सिंडिकेट की बैठक में रखा जायेगा. वहां सदस्यों की सहमति के बाद एजेंसी को उक्त राशि का भुगतान किया जायेगा. फिलहाल भुगतान के पेच के कारण स्नातक पार्ट वन के 95 हजार छात्रों का अंक पत्र फंसा हुआ है.
कुलपति डॉ रवि वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पदेन सदस्य वित्त परामर्शी जीसीएल श्रीवास्तव व चयनित सदस्य डॉ शशि कुमारी सिंह मौजूद थी. एक अन्य चयनित सदस्य एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ जीके ठाकुर
अपनी व्यस्तताओं के कारण इसमें भाग नहीं ले सके. बैठक में इस वर्ष जनवरी, फरवरी माह में खर्च
की गयी राशि के उपयोगिता पर पर भी मुहर लगी.
राज्यपाल को देंगे जानकारी
विवादित कॉपी के भुगतान पर भले ही सेल व पर्चेज एवं फाइनेंस कमेटी ने अपनी मुहर लगा दी है. पर भुगतान से पूर्व इसकी जानकारी राज्यपाल को भी दी जायेगी. इसको लेकर कुलपति डॉ रवि वर्मा जल्द ही राज्यपाल डीवाइ पाटिल से मुलाकात करेंगे. इस संबंध में जानकारी देते हुए कुलपति डॉ वर्मा ने कहा कि राज्यपाल से मुलाकात के दौरान वे उन्हें सेल व पर्चेज कमेटी व फाइनेंस कमेटी के फैसले से भी अवगत करायेंगे.
उन्होंने कहा कि फिलहाल कॉपियों के 40 प्रतिशत राशि के भुगतान का फैसला छात्र हित में लिया गया है. जहां तक कॉपी खरीद में गड़बड़ी का मामला है, इस पर फैसला जांच कमेटी के रिपोर्ट के आधार पर किया जायेगा.