मुजफ्फरपुर: रुपया के गिरने व सोना के भाव में उतार-चढ़ाव का असर सराफा मंडी में दिखायी देने लगा है. इन दिनों स्थानीय मंडी में विरानगी छायी है. आलम यह है कि अधिकांश दुकानों में पूरे दिन में इक्के-दुक्के ग्राहक ही खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं. जो ग्राहक सोना बेचने के लिए आ रहे हैं, उन्हें भी निराशा हाथ लग रही है. वहीं, जो बहुत मजबूर हैं, उन्हें ही अच्छी कीमत नहीं मिल रही है. अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो इसका असर दो माह बाद आने वाले धनतेरस पर पड़ना तय है. कारण कि, सराफा व्यवसायी इसकी तैयारी दो माह पूर्व से शुरू कर देते थे.
अभी जो बाजार की हालात है, इसमें अगर सुधार नहीं हुआ तो ग्राहकों को इस बार के धनतेरस में कोई नयी चीज देखने को नहीं मिलेगी. सराफा मंडी के बड़े-छोटे सभी दुकानदारों की यही स्थिति है. धनतेरस को दो माह ही शेष हैं. लेकिन, व्यवसायी अभी खामोश हैं.
पिछले साल भी उठाना पड़ा था नुकसान
पिछले साल व्यवसायियों को नुकसान उठाना पड़ा था. धनतेरस से पूर्व सोने का भाव करीब 31,000 रुपये प्रति दस ग्राम था. धनतेरस के समय यह भाव करीब 27,000 रुपये हो गया था. इससे व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ था. इसलिए इस बार कोई दुकानदार रिस्क नहीं लेना चाह रहा है. यही स्थिति रही तो इस बार के धनतेरस में ग्राहकों को नये-नये डिजाइन के गहने व अन्य सामान्य उपलब्ध नहीं हो पाएंगे.