मुजफ्फरपुर: सरकार के कड़े रुख के बाद भी सोमवार को नियोजित शिक्षकों का आंदोलन जारी रहा. शिक्षा विभाग के ‘नो वर्क नो पे’ के आदेश के दूसरे दिन भी बंदी का असर रहा. डीपीओ स्थापना कार्यालय में लगातार पांचवें दिन तालाबंदी के कारण सरकारी कामकाज ठप रहा. देर शाम वेतनमान सहित अन्य मांगों को लेकर परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले नियोजित शिक्षकों ने मशाल जुलूस निकाला.
स्थानीय खुदीराम बोस मैदान से मशाल जुलूस के साथ नारा लगाते हुए शिक्षक समाहरणालय, कंपनी बाग होते हुए सरैयागंज टावर पर पहुंचे. टावर चौक पर सभा आयोजित की गयी. संघ के प्रदेश अध्यक्ष वंशीधर ब्रजवासी ने कहा कि जब तक वेतनमान नहीं तब तक कोई काम नहीं होगा. संघ के जिला महासचिव अखिलेश कुमार सिंह व प्रदेश संरक्षक अजय ओझा ने कहा कि कुछ शिक्षक चोरी-छिपे हाजिरी बनाना चाह रहे हैं, जिन्हें चिह्न्ति कर शिक्षक समाज से सामूहिक बहिष्कार किया जायेगा. मशाल जुलूस में जिला उपाध्यक्ष अशोक कुमार, मोहम्मद असलम, संतोष कुमार, राजेंद्र पासवान, अनीता कुमारी, धर्मशीला कुमारी सहित काफी संख्या में शिक्षक उपस्थित थे.
हड़ताल अवधि को छोड़ कर बनेगा वेतन
सरकार की सख्ती के बाद शिक्षा विभाग भी हरकत में आ गया है. नियोजित शिक्षकों के आंदोलन को लेकर हड़ताल पर रहने वाले शिक्षकों की सूची उपलब्ध कराने को कहा गया है. डीइओ ने बताया कि प्रधान सचिव के आदेश के आलोक में सभी डीडीओ, प्रधानाध्यापक को सूचित किया जा रहा है. हड़ताल पर रहने वाले शिक्षकों की सूची मांगी गयी है. डीडीओ को हड़ताल अवधि को छोड़ कर वेतन बनाने का निर्देश दिया गया.
उच्च न्यायालय का कार्य हो रहा प्रभावित
शिक्षा विभाग के कार्यालय को तालाबंदी से मुक्त कराने को लेकर प्रशासनिक स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. ऐसे में डीपीओ स्थापना अवनिंद्र कुमार सिन्हा ने कार्यालय में तालाबंदी को लेकर दोबारा एसडीओ पूर्वी को पत्र लिखा है. डीपीओ ने बताया है कि नियोजित शिक्षकों के आंदोलन के कारण नियोजन कार्य, उच्च न्यायालय से जुड़ा कार्य, राज्य सूचना आयोग सहित सभी कार्य ठप पड़ा है.
माध्यमिक शिक्षकों ने की आंदोलन की घोषणा
समान कार्य समान वेतन के लिए बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ 15 से 18 अप्रैल तक जिला मुख्यालय में धरना देंगे. वहीं संघ की ओर से 20 से 22 अप्रैल तक राज्य में विधान मंडल के समक्ष धरना देने का निर्णय लिया गया. संघ के अध्यक्ष उमा किंकर ठाकुर व सचिव सुरेंद्र प्रसाद पांडेय ने बताया कि नियोजित शिक्षकों के वेतनमान सहित अन्य मांगों को पूरा नहीं होने की स्थिति में विवश होकर धरना का निर्णय लिया गया है. सरकार वेतनमान की घोषणा नहीं करती है तो एक मई से सभी माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरु हो जायेगी. वहीं 15 अप्रैल से शिक्षक मूल्यांकन व सरकारी कार्य में भाग नहीं लेंगे.
16 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल
सदर अस्पताल रोड स्थित संघ भवन कार्यालय में सोमवार को बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ की बैठक हुई. इस बैठक में संघ के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार यादव व प्रमंडलीय अध्यक्ष उमाशंकर प्रसाद ने कहा कि वेतनमान की लड़ाई को सफल बनाने के लिए 16 अप्रैल से शिक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेंगे.