मुजफ्फरपुर: पांच दिनों से बंधक बनी शिल्पा (काल्पनिक नाम) ने फेसबुक के माध्यम से जनहित मंच को अपनी आपबीती बतायी. मिठनपुरा थाना के सहयोग से उसे पति के चंगुल से मुक्त कराया गया. उसने अपने पति पर दहेज के लिए प्रताड़ित करन,े बेल्ट व डंडा से पिटाई कर जख्मी करने का आरोप लगाया है.
थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर एसआइ अमित कुमार को अनुसंधान की जिम्मेवारी दी गयी है. फिलहाल पीड़िता ने अपनी बेटी के साथ दोस्त के घर शरण ले रखी है. जानकारी के अनुसार, शिल्पा मूल रूप से औराई इलाके की रहने वाली है. उसका कहना है कि 2006 में बंगलामुखी मंदिर के पीछे रहने वाले राजेश कुमार चौधरी ने जबरदस्ती अपहरण कर उससे शादी कर ली. वह जमीन का कारोबारी है. उस समय परिजनों ने मामला भी दर्ज कराया था, लेकिन राजेश उसकी इज्जत बरबाद कर चुका था.
दूसरी जगह शादी होने में समस्या आती, इसलिए उसने शादी को स्वीकार कर लिया. उसने अपनी जाति छिपा कर शादी की थी. शादी के तीन साल बाद वह पुत्री की मां बनी. पुत्री के जन्म लेते ही प्रताड़ना का सिलसिला बढ़ गया. वह अक्सर प्रताड़ित कर दहेज में पांच लाख रुपये की मांग करने लगे. वह जुल्म को किसी तरह सह रही थी. सात अप्रैल को बेल्ट व डंडा से उसकी पिटाई की गयी.
मकान मालिक के पहुंचने पर उसकी जान बच सकी. इसी बीच अगल-बगल के लोगों से उसे जनहित मंच के बारे में पता चला. उसने फेसबुक के माध्यम से सचिव सुशील कुमार सिंह से संपर्क किया. स्थानीय थाना के सहयोग से वह मुक्त हो पायी. उसने पुलिस को बताया कि राजेश का आपराधिक इतिहास है. वह जान से मारने की धमकी देता है.