मुजफ्फरपुर: सहरसा व खगड़िया के बीच धमारा घाट स्टेशन पर हुए हादसे के बावजूद रेल प्रशासन व आम लोग इस घटना से सबक नहीं ले रहे हैं. रेलवे फाटक बंद होने के बाद भी लोग धड़ल्ले से ट्रैक को पार कर रहे हैं. ट्रेन के गुजरने से कु छ क्षण पूर्व तक लाइन पार करने की आपाधापी मची रहती है. फाटक बंद होने के बाद भी लोग बाइक व साइकिल को लेकर पार करने की तेजी में रहते हैं. खासकर शहरी क्षेत्र के सतपुरा, रामदयालु व भगवानपुर गुमटी पर इस तरह की लापरवाही रोज देखने को मिलती है. लोग रेलवे के सारे नियम-कानून ताक पर रख रेलवे गुमटी को पार करते है.
सभी रेलवे गुमटी के आसपास रेलवे की ओर से फाटक बंद रहने क बाद उसे पार नहीं करने की चेतावनी लिखी गयी है. लापरवाही के कारण तीनों रेलवे गुमटियों के अलावा गोबरसही, बीबीगंज, मझौलिया गुमटी पर हमेशा अनहोनी की आशंका बनी रहती है. भगवानपुर गुमटी पर तो 2006 में एक बड़ा हादसा भी हुआ था. इसमें कई लोगों की जानें भी गयी थी. इसके बाद कुछ दिनों तक शहर के सभी प्रमुख गुमटी पर आरपीएफ की तैनाती हुई थी, लेकिन कुछ दिनों के बाद ही जवानों को हटा दिया गया.
इसके बाद लोगों की लापरवाही एक बार फिर शुरू हो गयी, जो आज भी जारी है. आमगोला व चंद्रलोक गुमटी पर रेलवे ओवरब्रिज बनने के बाद भी लोग रेलवे ट्रैक से बाइक व साइकिल लेकर पार करते हैं. जबकि, दोनों जगहों पर गुमटी मैन की भी तैनाती अब नहीं है.