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दो कॉलेज के छात्रों को मिला एक ही रौल नंबर
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में दो कॉलेजों के छात्रों को एक ही रौल नंबर जारी कर दिया गया है. इसका खुलासा तब हुआ जब स्नातक पार्ट टू परीक्षा के कंप्यूटराइज्ड टेबुलेशन के दौरान विज्ञान के परीक्षार्थियों के रौल नंबर की जगह कला के छात्र-छात्राओं के नाम अंकित मिले. टेबुलेटर निदेशक ने तत्काल इसकी सूचना परीक्षा […]
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में दो कॉलेजों के छात्रों को एक ही रौल नंबर जारी कर दिया गया है. इसका खुलासा तब हुआ जब स्नातक पार्ट टू परीक्षा के कंप्यूटराइज्ड टेबुलेशन के दौरान विज्ञान के परीक्षार्थियों के रौल नंबर की जगह कला के छात्र-छात्राओं के नाम अंकित मिले. टेबुलेटर निदेशक ने तत्काल इसकी सूचना परीक्षा नियंत्रक डॉ पंकज कुमार को दी. आनन-फानन में मामले की जांच हुई. इसमें पता चला कि परीक्षा विभाग की ओर से छात्र-छात्राओं को रौल नंबर जारी करने में गड़बड़ी हुई है. मामले में कार्रवाई के बजाये, अब परीक्षा विभाग इसकी लीपापोती में जुट गया है.
स्नातक पार्ट टू की कॉपियों की जांच के बाद इन दिनों टेबुलेशन का कार्य चल रहा है. इसके लिए डॉ ललन कुमार झा को निदेशक बनाया गया है. टेबुलेशन के दौरान एसएनएस कॉलेज हाजीपुर के भौतिकी के छात्रों के अंक कंप्यूटर पर चढ़ाये जा रहे थे, लेकिन उनका रौल नंबर डालने पर मनोविज्ञान विषय के छात्र-छात्राओं के नाम सामने आ रहे थे. शुरुआत में शक हुआ कि मार्क्स फाइल बनाने अथवा कॉपी जांच के दौरान तो गड़बड़ी नहीं हुई. लेकिन जब मामले की गहन छानबीन की तो पता चला कि विभाग की ओर से एसएनएस कॉलेज हाजीपुर के विज्ञान के एक हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को वहीं रौल नंबर जारी कर दिया गया, जो इतनी ही संख्या में एसआरकेजी कॉलेज सीतामढ़ी के कला के छात्रों को दिया गया है. स्नातक पार्ट वन की कॉपियों का टेबुलेशन मैनुअली होने के कारण तब उसका खुलासा नहीं हो सका था, लेकिन पार्ट टू में कंप्यूटराइज्ड टेबुलेशन ने इसकी पोल खोल दी. इसके बाद कॉलेजों को एलॉट किये गये रौल नंबर की संचिका मंगायी गयी, तो उसमें सही रौल नंबर का स्लॉट अंकित था. कर्मचारियों से जब पूछताछ की गयी तो पता चला कि विभाग के पास कॉलेजों को उपलब्ध करायी गयी रौल नंबर की सूची की रिसिविंग नहीं है. मामला फंसता देख परीक्षा विभाग ने फिलहाल इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है.
एसआरकेजी कॉलेज व एसएनएस कॉलेज के छात्र-छात्राओं को रौल नंबर जारी करने में गड़बड़ी हुई थी. इसे सुधार लिया गया है. रिजल्ट कॉलेजवार जारी होगा. इससे छात्र-छात्राओं को कोई परेशानी नहीं होगी.
पंकज कुमार, परीक्षा नियंत्रक
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