मुजफ्फरपुर: बारहवीं पंचवर्षीय योजना के तहत यूजीसी से मिले राशि को विभागों में खर्च करने को लेकर कई माह से चल रहे विवाद पर विराम लग गया है. कुलपति डॉ रवि वर्मा ने सारे विवादों को खत्म करते हुए सेंटरलाइज्ड के बदले राशि को सभी विभागों के विभागाध्यक्ष को ही खर्च करने की जिम्मेदारी सौंप दी है.
विभागाध्यक्ष अपने नेतृत्व में तीन वरीय शिक्षकों व एक विवि की ओर से नामित सदस्य की कमेटी तैयार कर राशि को खर्च करेंगे. शुक्रवार को विकास पदाधिकारी डॉ कल्याण कुमार झा ने पत्र निर्गत कर विवि के 22 विभागों के बीच राशि बुक्स, इक्यूपमेंट्स व अन्य सामाग्री के लिए 1.83 करोड़ राशि का वितरण कर दिया है. बुक्स की खरीदारी के लिए विभागों के बीच 38 लाख, इक्यूपमेंट्स के लिए 55 लाख, बिल्डिंग मरम्मती के लिए 50 लाख, स्टॉफ मद में 12.17 लाख व अन्य मद हेतु 28 लाख रुपया का वितरण किया गया है.
जानकारी हो कि ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के तहत भी विभागों में खर्च करने के लिए करोड़ों रुपया मिला था, लेकिन विवि ने अपने स्तर से पठन-पाठन के सामान की खरीदारी कर विभागों में भेज दिया था. इसमें लाखों रुपया घोटाला का मामला उजागर हुआ है. वहीं आवश्यकता के बदले बेकार चीजों पर राशि को खर्च कर दी गयी थी. इस मामले में विवि की ओर से एफआइआर के साथ ही जांच के लिए अधिकारियों की तीन सदस्यीय टीम का भी गठन भी किया जा चुका है.