मुजफ्फरपुर: बंदरा प्रखंड की सीडीपीओ ने प्रमुख के खिलाफ एससी/एसटी थाने में दो लाख रुपये रंगदारी मांगने, छेड़खानी करने व गाली-गलौज की प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस ने सीडीपीओ से रंगदारी मांगने की घटना को गंभीरता से लिया है. इस संबंध में नगर थाने के दारोगा उमा शंकर राय को आइओ बनाया गया है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गयी है. मूल रूप से नालंदा जिले के चंडी थाना के रैसा गांव निवासी संगीता कुमारी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के पद पर बंदरा में कार्यरत हैं.
आवेदन में उन्होंने बताया है कि बंदरा प्रखंड प्रमुख दीपक चौधरी लगातार परेशान कर रहा है. एक बार वे मेरी गाड़ी से मुजफ्फरपुर आये. रास्ते में अश्लील हरकत करने लगे. उन्हें मना किया. उसके बाद कार्यालय के बाहर उसे बेइज्जत करने का षड्यंत्र करने लगे. साजिश के तहत तीन मार्च 2012 को कार्यालय में आकर अभद्र व्यवहार किया गया. जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल किया गया. स्थानीय जिप सदस्य के बीच-बचाव के बाद वह घर पहुंच सकी थी.
जान व नौकरी से हाथ धोने की धमकी : आवेदन पत्रों की जानकारी दीपक चौधरी को हुई तो तीन अगस्त 2013 को वे समाहरणालय परिसर में उसे रोक कर जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल करते हुए बरबाद करने की धमकी दी. साथ ही दो लाख रुपये रंगदारी की मांग करते हुए हर माह 15 हजार रुपये की मांग की. अन्यथा जान व नौकरी से हाथ धोने की धमकी दी गयी. सीडीपीओ ने आवेदन में यह भी बताया है कि पूर्व में बीडीओ बंदरा ने भी प्रमुख के खिलाफ मारपीट कर रंगदारी मांगने व अन्य कार्य में बाधा पहुंचाने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इधर, प्रमुख के खिलाफ धारा 341, 323, 504, 506, 354 व 385 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है.