2010 से ही शहर की ट्रफिक व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आलाधिकारी कि ओर से आदेश जारी किया जाता रहा. नियम तोड़ने वालें को फाइन करने के लिए संबंधित थानाध्यक्ष को अधिकृत किया जा चुका है. चौक-चौराहा पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस पदाधिकारी की ड्यूटी लगायी गयी है. लेकिन, पिछले पांच सालों से शहर के लोगों को जाम से छुटकारा का इंतजार ही करना पड़ रहा है.
मंगलवार को लगी महाजाम के बाद प्रशासन फिर से नो इंट्री को सख्ती से लागू करने के लिए आदेश जारी किया है. इधर, इन सभी मार्गो पर नो इंट्री का बोर्ड नगर निगम द्वारा लगाया जायेगा. जिला परिवहन पदाधिकारी ने नगर आयुक्त को वन वे मार्ग की सूची उपलब्ध करा दिया है. साथ ही नो इंट्री का बोर्ड लगाने का आग्रह किया है. इसके अलावा साइन बोर्ड लगाने का भी स्थान को चिह्न्ति कर लिया है. इधर, नियम के उल्लंघन करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये गये है.