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नौ लाख में तय हुई थी बीएसएससी की नौकरी
मुजफ्फरपुर: बीएसएससी परीक्षा के दौरान मास्टर कार्ड के साथ हत्थे चढ़े कन्हैया लाल कुमार ने नौ लाख रुपये में नौकरी की बात तय की थी. उसने काजीमोहम्मदपुर पुलिस को बताया कि बेतिया के रहने वाले विजय कुमार ही पूरे मामले का मास्टर माइंड है. पीटी से ज्वाइनिंग तक ठेका विजय ने ले रखा था. उसने […]
मुजफ्फरपुर: बीएसएससी परीक्षा के दौरान मास्टर कार्ड के साथ हत्थे चढ़े कन्हैया लाल कुमार ने नौ लाख रुपये में नौकरी की बात तय की थी. उसने काजीमोहम्मदपुर पुलिस को बताया कि बेतिया के रहने वाले विजय कुमार ही पूरे मामले का मास्टर माइंड है. पीटी से ज्वाइनिंग तक ठेका विजय ने ले रखा था. उसने विजय के दो मोबाइल नंबर पुलिस को दिये है, जिसकी पुलिस तहकीकात कर रही है. उसने बताया कि मुसल्लहपुर हाट में ही वह रहता है.
पीटी परीक्षा के एवज में उससे 25 हजार रुपये की मांग की गयी थी. लेकिन उसने पैसा देने से इनकार कर दिया था. सोमवार की सुबह उसे विजय ने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस दिया, जिसमें सिम लगा था. उसे बताया गया था कि ठीक ढ़ाई बजे उसे फोन आयेगा. फोन आते ही प्रश्न पत्र सेट का कोड बताना है. कोड पता चलते ही उसे क्रम वार उत्तर बता दिया जायेगा. कन्हैया का कहना था कि फोन आने पर उसने कोड बताया था, उसी समय फोन कट गया, तब तक वह वस्तुनिष्ट प्रश्न का उत्तर लिखने लगा, इसी बीच परीक्षक के आने पर वह सकपका गया. संदेह होने पर उसकी तलाशी ली गयी.
मोबाइल का काम करता है डिवाइस
पुलिस का कहना है कि जो डिवाइस उसके पास से जब्त की गयी, वह उच्च तकनीक का वायरलेस सेट है. हाई पावर का ट्रांसमीटर लगा है, जिससे कान में लगे स्पीकर से सुना जा सकता है. इसके पूर्व भी रेलवे ग्रुप डी परीक्षा में ब्लुटूथ से चोरी करते कई परीक्षार्थी पकड़े गये है. लॉ कॉलेज सेंटर से ही एक परीक्षार्थी पकड़ा गया था, जिसके पास से गंजी बरामद की गयी थी. उस गंजी को मोबाइल का रूप दिया गया था. मोबाइल सेट से तार के जरिये कान तक ब्लुटूथ जुड़ा था. इस तरह का उपकरण का पहली बार प्रयोग सामने आया है.
दबाने पर होता है ऑन
कन्हैया के पास से जब्त अत्याधुनिक डिवाइस देख कर पुलिस अधिकारी से लेकर एसडीओ पूर्वी तक चौंक गये. उसने बताया कि कांख के पास उसे लगाने को कहा गया था. फोन होने पर कंपन होता था, कांख से जोर से दबाने पर फोन ऑन हो जा रहा था. डिवाइस के ऊपर मास्टर कार्ड लिखा है, जिसका सोलह अंक का नंबर है.
पुलिस का कहना है कि बॉक्स के अंदर मोबाइल का सिस्टम है. उसने दो अतिरिक्त बैट्री भी रखा था, जिसका इस्तेमाल करना था.
टीइटी पास है कन्हैया
सीतामढ़ी निवासी कन्हैया लाल टीइटी पास है. चार साल से वह पटना में रह कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करता है. उसकी इच्छा थी कि बीएड कर शिक्षक की नौकरी करे. वह बार-बार पुलिस को कह रहा था कि विजय के झांसे में आकर वह फंस गया.
पकड़े जाने पर की हाथापाई
लॉ कॉलेज सेंटर कन्हैया के पास से काफी मशक्कत के बाद कान से स्पीकर बरामद किया गया. वह बाथरूम में जाकर खुद से उसे निकालने का प्रयास कर रहा था. लेकिन जब कॉलेज कर्मी उसके पास पहुंचे तो वह हाथापाई पर उतर आया. उसने जान-बूझ कर टोपी भी पहनी थी.
कहीं बीएसएससी का प्रश्न पत्र लीक तो नहीं!
कन्हैया के खुलासे के बाद पुलिस इस बात की तहकीकात कर रही कि कहीं बीएसएससी परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक तो नहीं कर दिया गया. दो बजे से सवा चार बजे तक परीक्षा का आयोजन था. ढ़ाई बजे के करीब फोन कर प्रश्न पत्र का सेट का कोड बताना था. उसके बाद उत्तर मिलता. पुलिस का कहना है कि प्रश्न पत्र लीक करने वाले गिरोह के पास चार सेट का उत्तर मौजूद रहा होगा. उत्तर के रहने पर ही कोड बताते हुए उसे उत्तर लिखाया जा सकता है. इस मामले में पीछे बड़े गिरोह के होने की बात होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. कन्हैया के पास से कागज की तीन परची भी मिली है. एक पर सीतामढ़ी के लड़की का पता व मोबाइल नंबर व दो अन्य पर केवल मोबाइल नंबर लिखा है. पुलिस दोनों नंबर की जांच में जुटी है.
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