मुजफ्फरपुर: निगरानी टीम ने गुरुवार को भविष्य निधि कार्यालय में कार्यरत क्लर्क को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. उसने मड़वन पीएचसी में तैनात प्रयोगशाला सहायक से भविष्य निधि बैलेंस शीट के लिये रिश्वत की मांग की थी. उसके पास से एक-एक हजार के नोट बरामद किये गये हैं. साथ ही चार बंडलों में 38 हजार रुपये भी जब्त किये गये हैं. पूछताछ के बाद उसे टीम पटना ले गयी. शुक्रवार को उसे जेल भेजा जायेगा.
मड़वन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रामाश्रय सिंह प्रयोगशाला सहायक है. वह नवंबर 2013 में सेवानिवृत्त होने वाले हैं. उनके कार्यालय से 20 जुलाई को भविष्य निधि कटौती की विवरणी की बैलेंस शीट के लिए पत्र जिला भविष्य निधि कार्यालय में आया था. बैलेंस शीट तैयार करने के एवज में क्लर्क सुरेश सिंह ने रामाश्रय सिंह से पूरी रकम की दो प्रतिशत राशि यानी दस हजार रुपये रिश्वत के तौर पर मांगी थी. इसके बाद उन्होंने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना में पांच अगस्त को शिकायत दर्ज करायी. अगले ही दिन सत्यापन कराया गया, जिसमें मामला सत्य पाया गया.
डीएसपी महाराज्रसादा कनिष्क कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें इंस्पेक्टर मदन सिंह, बैजनाथ प्रसाद, डीएन चौधरी, हवलदार अजय प्रताप सिंह, सिपाही ओम प्रकाश व संतोष को शामिल किया गया. गुरुवार को करीब ढाई बजे निगरानी टीम ने क्लर्क सुरेश सिंह को दस हजार रुपये रिश्वत लेते कार्यालय से रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के लिए उसे निगरानी एसपी उपेंद्र सिंह के कार्यालय में लाया गया.
वैशाली का रहने वाला है क्लर्क
रिश्वत लेते गिरफ्तार क्लर्क मूल रूप से वैशाली जिले के लालगंज का रहने वाला है. वह एक साल से भविष्य निधि कार्यालय में कार्यरत था. इसके पूर्व वह दरभंगा में तैनात था. सुरेश सिंह के पास से निगरानी टीम ने एक-एक हजार के नोट बरामद किये है. वही उसके पास से अन्य 38 हजार रुपये भी जब्त किया गया है. 38 हजार के नोट चार अलग-अलग बंडल में रखे हुए थे. देर शाम पूछताछ के बाद उसे लेकर टीम पटना रवाना हो गयी.