मुजफ्फरपुर: विवि में सौ किलोवाट क्षमता वाले सोलर पावर स्टेशन बन कर तैयार है. सोमवार की देर शाम कुलानुशासक डॉ अजय कुमार श्रीवास्तव, कुलसचिव डॉ विवेकानंद शुक्ला, डॉ संजय कुमार व डॉ संगीता सिन्हा की मौजूदगी में इसका ट्रायल किया गया, जो सफल रहा. सोलर पावर स्टेशन से ऊर्जा उत्पादित करने के लिए साठ किलोवाट […]
मुजफ्फरपुर: विवि में सौ किलोवाट क्षमता वाले सोलर पावर स्टेशन बन कर तैयार है. सोमवार की देर शाम कुलानुशासक डॉ अजय कुमार श्रीवास्तव, कुलसचिव डॉ विवेकानंद शुक्ला, डॉ संजय कुमार व डॉ संगीता सिन्हा की मौजूदगी में इसका ट्रायल किया गया, जो सफल रहा.
सोलर पावर स्टेशन से ऊर्जा उत्पादित करने के लिए साठ किलोवाट व चालीस किलोवाट क्षमता वाले सोलर प्लेट क्रमश: विवि परीक्षा हॉल व प्रशासनिक भवन की छत पर स्थापित किये गये हैं. उत्पादित ऊर्जा को संरक्षित करने के लिए 480 बैटरी प्रशासनिक भवन कैंपस में नवनिर्मित कैंटिन में रखा गया है.
यहीं पर पावर स्टेशन का कंट्रोल रू म भी है. अब कंट्रोल रू म से प्रशासनिक भवन, कुलपति आवास, गेस्ट हाउस, केंद्रीय पुस्तकालय में वायरिंग का काम बांकी है. इसकी जिम्मेदारी विवि अभियंत्रण विभाग को दी गयी है. वायरिंग का काम पूरा होने के साथ ही विवि परिसर में सौर ऊर्जा की आपूर्ति शुरू कर दी जायेगी. ऐसा होते ही विवि आइआइटी जोधपुर की श्रेणी में खड़ा हो जायेगा, जहां सौर ऊर्जा से शत-प्रतिशत बिजली की आपूर्ति होगी. कुलपति डॉ पंडित पलांडे की मानें तो फिलहाल विवि की जरू रत के हिसाब से महज 30 से 40 किलोवाट सौर ऊर्जा की जरू रत है. शेष सौर ऊर्जा विवि बिहार विद्युत बोर्ड को बेचेगी. इसके लिए बोर्ड के अधिकारियों के साथ बातचीत भी जारी है.
केंद्र व राज्य सरकार का सहयोग
विवि में सोलर पावर स्टेशन की स्थापना केंद्र सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रलय व राज्य सरकार के अक्षय ऊर्जा विकास परिषद के संयुक्त तत्वावधान में हो रहा है. इसमें करीब दो करोड़ रुपये की लागत आयेगी. हैदराबाद की एजेंसी ‘जेनिथ सोलर’ ने इस प्रोजेक्ट का डीपीआर तैयार किया था.
सोलर पावर स्टेशन स्थापित करने का काम पूरा हो चुका है. इसका ट्रायल सफल रहा. मशीनें सही काम कर रही है. इंजीनियरिंग सेक्शन जल्द ही वायरिंग का काम शुरू करेगी. काम पूरा होने के बाद इसका विधिवत उद्घाटन किया जायेगा.
डॉ विवेकानंद शुक्ला, कुलसचिव