इस लिहाज से आलू की कीमत साढ़े पांच रुपये किलो हुआ, लेकिन खुदरा विक्रेता नौ से दस रुपये किलो आलू बेच रहे हैं. पैदावार ज्यादा होने के बाद भी ग्राहकों को घटी कीमत का लाभ नहीं मिल रहा है. होल सेल व खुदरा दुकानदार बीच के मुनाफे में काफी अंतर रख रहे हैं, जिसका खामियाजा ग्राहकों को उठाना पड़ रहा है.
Advertisement
थोक में साढ़े पांच व खुदरा में 10 रुपये बिक रहा आलू
मुजफ्फरपुर: पिछले आठ महीनों में आलू की कीमत में काफी गिरावट हुई है, लेकिन इसका लाभ ग्राहकों को नहीं मिल रहा है. पिछले वर्ष अक्टूबर में आलू तीन हजार रुपये क्विंटल था. आलू की पैदावार काफी होने के कारण अब थोक मंडी में 550 रुपये क्विंटल बेची जा रही है. इस लिहाज से आलू की […]
मुजफ्फरपुर: पिछले आठ महीनों में आलू की कीमत में काफी गिरावट हुई है, लेकिन इसका लाभ ग्राहकों को नहीं मिल रहा है. पिछले वर्ष अक्टूबर में आलू तीन हजार रुपये क्विंटल था. आलू की पैदावार काफी होने के कारण अब थोक मंडी में 550 रुपये क्विंटल बेची जा रही है.
आलू की पैदावार अधिक होने से बाजार सुस्त : आलू की घटी कीमत के बावजूद लोकल स्तर पर आलू की खरीद बिक्री होने से बाजार समिति में आलू के व्यवसाय में काफी कमी आयी है. इन दिनों बाजार समिति से करीब दो हजार क्विंटल आलू की बिक्री हो रही है, जबकि तीन महीने पहले तक बाजार से आठ से दस हजार क्विंटल आलू का व्यवसाय होता था. आलू की पैदावार अधिक होने के कारण गांवों में ही आलू का व्यवसाय हो रहा है. इस कारण वहां के व्यवसायी बाजार समिति से आलू की खरीदारी नहीं कर रहे हैं. हालांकि व्यवसायियों को उम्मीद है कि 15 दिन के बाद जब आलू स्टोर में जाने लगेगा तो कीमत में इजाफा होगा.
आलू की पैदावार काफी हुई है. किसानों ने तीन हजार रुपये क्विंटल आलू का बीज खरीद कर आलू की खेती की थी. अब वहीं आलू 550 रुपये क्विंटल बिक रहा है. बाजार समिति में आलू का काफी स्टॉक है, लेकिन खरीदार काफी कम पहुंच रहे हैं. हालांकि कीमत में कमी का फायदा ग्राहकों को नहीं मिल रहा है. होलसेल व खुदरा दुकानदार बीच का माजिर्न अधिक रख रहे हैं.
विजय कुमार, आलू व्यवसायी, बाजार समिति
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement