मुजफ्फरपुर : शहर में पाइप लाइन लिकेज को बनाने में नगर निगम का जलकार्य विभाग हाफ रहा है. इन दिनों शहर के प्रत्येक वार्ड से पाइप फूटने की शिकायत निगम कार्यालय में रोज पहुंच रही है, लेकिन जलकार्य शाखा में कर्मचारी के अभाव के कारण लिकेज का मरम्मत नहीं हो पा रही है.
यहीं नहीं पाइप फूटने से दूषित पानी निकलने से लोग ज्यादा परेशान है. हाल के दिनों में शहर के कई इलाकों में गंदा पानी निकलने की शिकायत मिली है. लोग समस्या को लेकर निगम प्रशासन तक पहुंच रहे लेकिन निगम कर्मचारियों का रोना रो रहा है. एक तो पाइप फूटने से शहर में रोज हजारों लीटर पानी बरबाद हो रहा है तो दूसरी ओर गंदा पानी पीने को मजबूर हैं. यहीं नहीं निगम के जलकार्य विभाग के पास लिकेज मरम्मत के लिए पर्याप्त संसाधन भी नहीं है.
* एक जोन चार कर्मचारियों के भरोसे
शहरी क्षेत्र के पाइप लाइन को तीन जोन में बांटा गया है. निगम के जलकार्य विभाग के अनुसार प्रत्येक जोन में पाइप लाइन में कनेक्शन से लेकर मरम्मती के लिए चार कर्मचारी है. जो समस्या के सामने काफी कम पड़ रहे है. रिकॉर्ड के अनुसार प्रत्येक दिन शहर में पंद्रह से अधिक जगहों पर लिकेज की समस्या सामने आ रही है. कर्मचारी के अभाव में एक शिकायत के निबटारे में दस दिन से भी ज्यादा समय लग जा रहा है.
* गंदा पानी के पीछे लिकेज जिम्मेवार
शहर में बाहरी लिकेज के अलावे नालों के भीतर से हो कर निकले पाइप लाइन में भी बहुत जगह लिकेज है. लेकिन इसका पता निगम के जलकार्य विभाग को नहीं चल पाता है. पता चलने पर भी आंतरिक मरम्मती का साधन निगम के पास नहीं है.
हाल के दिनों में फरीदी टोला, पंखा टोली, वार्ड-34 में, माड़ीपुर, ब्रह्मपुरा पोखर के पास, संजय सिनेमा रोड, जूरन छपरा, बेला रोड, रामबाग, दामुचौक, पुरानी बाजार, सिकंदरपुर इलाके में कई जगहों पर लिकेज के साथ दूषित पानी मिलने की शिकायत लोगों ने की है.