मुजफ्फरपुर : छात्र नेता शमीम खान के हत्या के 36 घंटे बाद तक एफआइआर में नामजद अभियुक्त खबड़ा के ठेकेदार अनिल ओझा व विवि कर्मी पुत्र राम कुमार साह की गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस प्रशासन की नींद हराम है. इन दोनों अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस जगह–जगह छापेमारी कर रही है, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है. इन दोनों अपराधियों के साथ–साथ घटना को अंजाम देने वाले दो और अन्य अज्ञात अपराधी की भी तलाश पुलिस कर रही है, लेकिन अब तक उन दोनों अपराधियों की पहचान तक नहीं हो सकी है.
हालांकि, पुलिस के वरीय अधिकारियों का दावा है कि हत्या में शामिल अनिल ओझा व राम कुमार साह के अलावा उन दोनों अपराधियों की भी पहचान की जा सकी है, जो विवि के कम्युनिटी हॉल में एक साथ शराब पीने के बाद घटना का अंजाम दिया है. बताया जाता है कि हत्या में शामिल तीसरा व्यक्ति अनिल ओझा के साथ बराबर विवि में राइफल लेकर घूमता था.
पुलिस अब उन दो विवि कर्मचारियों की भी तलाश में है जो घटना से कुछ समय पूर्व तक चाय–नाश्ता के दुकान में बैठ चारों अपराधियों के साथ काफी देर तक बातचीत की थी. सूत्र बताते है कि अनिल ओझा व शमीम खान के मोबाइल नंबर पर घटना से एक सप्ताह पूर्व तक बातचीत हुई सभी नंबरों का कॉल डिटेल निकाला जा रहा है.
इसमें विवि के इंजीनियरिंग सेक्शन व परीक्षा विभाग के कर्मचारियों से भी लंबी बातचीत हुई है. उन कर्मचारियों को चिह्न्ति कर पुलिस उनकी हरेक गतिविधि पर नजर रखे हुए है. पुलिस अनिल ओझा व राम कुमार साह के ठिकानों तक पहुंचने के लिए इंजीनियरिंग व परीक्षा विभाग के उन दो कर्मचारियों को भी हिरासत में ले सकती है, जिससे अनिल ओझा के बेहतर संबंध थे.