Advertisement
दो दर्जन कॉलेजों की संबद्धता पर संकट!
बीआरए विवि : सीनेट में प्रस्ताव रखने से पूर्व सुविधाओं व संचिकाओं की होगी जांच मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि में दो दर्जन कॉलेजों की संबद्धता का मामला फंस सकता है. इन सभी पर निगरानी में मामला दर्ज है. 11 फरवरी को सीनेट की बैठक में इन सभी कॉलेजों की संबद्धता का मामला रखा जाना […]
बीआरए विवि : सीनेट में प्रस्ताव रखने से पूर्व सुविधाओं व संचिकाओं की होगी जांच
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विवि में दो दर्जन कॉलेजों की संबद्धता का मामला फंस सकता है. इन सभी पर निगरानी में मामला दर्ज है. 11 फरवरी को सीनेट की बैठक में इन सभी कॉलेजों की संबद्धता का मामला रखा जाना है. इससे पूर्व कुलपति डॉ पंडित पलांडे खुद सभी कॉलेजों में उपलब्ध सुविधाओं व उससे संबंधित संचिकाओं का खुद अवलोकन करेंगे.
यही नहीं वे जल्द ही विश्वनाथ राय डिग्री कॉलेज पातेपुर व उज्जवल मिश्र कॉलेज महुआ का स्थल निरीक्षण भी करेंगे. इन दोनों कॉलेजों को हाल ही में संबद्धता कमेटी ने संबद्धता के लिए हरी झंडी दी थी. आरोप है कि ये दोनों कॉलेज संबद्धता की अहर्ता पूरी नहीं करते हैं. दो अन्य कॉलेजों, नीतीश्वर सिंह कॉलेज सरमस्तपुर (मुजफ्फरपुर) व उज्जवल कुमार मिश्र फाउंडेशन कॉलेज हाजीपुर की स्थायी संबद्धता पर भी विवि प्रशासन पुनर्विचार करेगा.
कुलपति डॉ पंडित पलांडे ने रविवार को संबद्धता की लिस्ट में शामिल कॉलेजों की समीक्षा के दौरान यह फैसला लिया. इसके लिए उन्होंने बारी-बारी से अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा, कॉलेज निरीक्षक विज्ञान डॉ राजेंद्र महतो, परीक्षा नियंत्रक डॉ पंकज कुमार के साथ बैठक की. गौरतलब है कि अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने ही गत नवंबर माह में नीतीश्वर सिंह कॉलेज सरमस्तपुर व उज्जवल कुमार मिश्र फाउंडेशन कॉलेज हाजीपुर को स्थायी संबद्धता दिये जाने के सिंडिकेट के फैसले के खिलाफ विशेष निगरानी न्यायालय में मामला दर्ज कराया था. ये दोनों कॉलेज उन 23 कॉलेजों में शामिल हैं, जिनकी संबद्धता की जांच इन दिनों निगरानी कर रही है.
छह कॉलेजों पर दर्जहै प्राथमिकी
पूर्व कुलपति डॉ विमल कुमार के समय चौबीस कॉलेजों को विवि से संबद्धता के लिए पहल शुरू हुई थी. इसमें से जयमूरत राय डिग्री कॉलेज की संबद्धता को राज्य सरकार से मंजूरी भी मिल गयी, लेकिन 23 कॉलेजों का मामला फंस गया. अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने इन कॉलेजों में सुविधाओं के अभाव हवाला देते हुए निगरानी में मामला दर्ज कराया था.
निगरानी न्यायालय के आदेश पर इसकी जांच निगरानी एसपी पटना परवेज अख्तर ने की थी. जांच रिपोर्ट के आधार पर छह कॉलेजों, सीयावती लाल मुन्नी देवी कॉलेज पातेपुर, ओरख ठाकुर मेमोरियल डिग्री कॉलेज मोतीपुर, नीतीश्वर सिंह कॉलेज सरमस्तपुर, उज्जवल कुमार मिश्र फाउंडेशन कॉलेज हाजीपुर, इंदल सिंह राम जानकी कॉलेज सीतामढ़ी व एलपी शाही कॉलेज मुजफ्फरपुर के खिलाफ निगरानी थाना में मामला भी दर्ज हुआ.
आज सौंपी जायेगी निगरानी को संचिकाएं
विशेष निगरानी न्यायालय के आदेश पर इन दिनों निगरानी की टीम 23 कॉलेजों की सुविधाओं की जांच कर रही है. इसके लिए विवि से सभी कॉलेजों की संबद्धता से संबंधित संचिकाओं की मूल कॉपी मांगी थी. कुलपति डॉ पंडित पलांडे ने इसके लिए आदेश भी जारी कर दिया था. बावजूद अभी तक निगरानी को मूल संचिका उपलब्ध नहीं करायी गयी है. समीक्षा बैठक के दौरान जब यह मामला उठा, तो कुलपति ने इस पर नाराजगी जतायी. उन्होंने कॉलेज निरीक्षक विज्ञान डॉ राजेंद्र महतो को सोमवार तक निगरानी को सभी संचिका उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement