19 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सोलर घोटाले की जांच के लिए पहुंची कैग की टीम

।। प्रभात कुमार ।। मुजफ्फरपुर : सोलर स्ट्रीट लाइट घोटाला की जांच को कैग (नियंत्रक व महालेखा परीक्षक) की तीन सदस्यीय टीम शहर पहुंच चुकी है. टीम पहले चरण में मीनापुर, मुशहरी व सकरा के 17 पंचायतों में खरीदी गयी सोलर लाइट की जांच करेगी. इन पंचायतों में भौतिक सत्यापन के बाद कागजातों की जांच […]

।। प्रभात कुमार ।।

मुजफ्फरपुर : सोलर स्ट्रीट लाइट घोटाला की जांच को कैग (नियंत्रक व महालेखा परीक्षक) की तीन सदस्यीय टीम शहर पहुंच चुकी है. टीम पहले चरण में मीनापुर, मुशहरी व सकरा के 17 पंचायतों में खरीदी गयी सोलर लाइट की जांच करेगी. इन पंचायतों में भौतिक सत्यापन के बाद कागजातों की जांच की जायेगी.

जांच में गड़बड़ी पाये जाने पर कैग टीम जिले के अन्य प्रखंडों सहित राज्य स्तर पर योजना की जांच करेगी. बारहवें वित्त आयोग के अंतर्गत जिले के सभी सभी प्रखंडों के पंचायतों में सोलर लाइट लगायी गयी थी.

जिला परिषद को इस मद में कराड़ों की राशि आवंटित की गयी थी. जिला परिषद की ओर से राशि जिले के सभी प्रखंडों में दी गयी थी. तय मानकों का उल्लंघन करके बड़े पैमाने पर सोलर लाइट लगाये जाने का मामला सामने आया था. कहा जा रहा है, सिर्फ मीनापुर, मुशहरी एवं सकरा में चार करोड़ से अधिक राशि का घोटाला हुआ है.

* फर्जी कोटेशन पर खरीद

सोलर लाइट के खरीद में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की बात सामने आयी थी. फर्जी कोटेशन व एजेंसी के बिल पर करोड़ों का गोलमाल किया गया. इसका खुलासा योजना की निगरानी जांच के क्रम में हुआ है. अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने निगरानी विशेष न्यायालय में 2010 में परिवाद पत्र दायर किया था, जिसमें तत्कालीन उप आयुक्त सहित अन्य संबधित व्यक्ति पर सोलरलाइट की राशि का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था.

निगरानी जांच में पाया गया कि एक ही एजेंसी द्बारा विभिन्न पंचायतों में अलग-अलग दर पर सोलर लाइट खरीदी गयी. जांच के क्रम में यह भी पाया गया कि पंचायतों द्बारा उपलब्ध कराया गया कोटेशन में एजेंसी का नाम, पता एवं संपर्क नंबर फर्जी पाया गया. एक ही व्यक्ति के जो सोलर लाइट पंचायत में सप्लाई किया गया, उसी के द्बारा फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी एजेंसी के नाम से अन्य दो कोटेशन मुखिया एवं पंचायत सचिव के मिलीभगत से तैयार किया गया.

सोलर लाइट की खरीद व भुगतान सरकार की ओर से तय दर के दोगुणा तक किया गया. सरकार द्बारा अनुदानित दर 28, 100 रुपया प्रति सोलर स्ट्रीट था. जबकि भुगतान 49 हजार प्रति सोलर लाइट के दर से की गयी है. हाल में कांटी प्रखंड में निगरानी जांच के दौरान ही सोलरलाइट का भुगतान करने का मामला भी सामने आया है.

* पहले चरण में तीन प्रखंड के 17 पंचायतों की होगी जांच

* गड़बड़ी सामने आने पर पूरे जिले की होगी जांच

* फर्जी एजेंसी के नाम पर खरीदी गयी थी सोलर लाइट

* अनुदानित दर से दो गुणा दर पर हुआ था सोलर लाइट का सौदा

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें