मुजफ्फरपुर. शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में मोबाइल पर रोक लगाने की कोशिश को लंबे समय से अमली जामा पहनाने की कोशिश हो रही है. यह कोशिश नये वर्ष में पूरी हो सकती है. जेल मुख्यालय ने अब सेंट्रल जेलों में जैमर लगाने का फैसला लिया है. सरकार की मुहर लगते ही सेंट्रल जेलों में जैमर लगाने का कार्य शुरू कर दिया जायेगा. जेल के अंदर एक साथ आठ मोबाइल फोन के बरामद होने के बाद जेल प्रशासन की नींद हराम हो गयी है.
जेल के अंदर सजा काट रहे अपराधियों ने मोबाइल फोन के इस्तेमाल करके सेंट्रल जेल को इस कदर सुर्खियों में ला दिया है कि अब सरकार ने जेल में जैमर लगाने की योजना तैयार कर ली है. इसके लिये मोबाइल विशेषज्ञों की एक टीम जनवरी में जेल का दौरा करेगी. शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा देश का ऐतिहासिक जेल है.
पिछले कुछ सालों में सेंट्रल जेल में छापेमारी के दौरान कई बार मोबाइल पकड़ी जा चुकी है. जांच में यह भी बात सामने आयी थी कि यहां से कुछ अपराधी जेल से ही अपना गिरोह संचालित करते हैं. छापेमारी के दौरान कैदियों के पास से मोबाइल बरामद होने के बाद वॉर्डन के खिलाफ जेल अधीक्षक ई जितेंद्र कुमार ने कार्रवाई भी की थी. अब उम्मीद की जा रही है कि जैमर लगने से इस पर लगाम लगेगा.