मुजफ्फरपुर: छह माह पूर्व मुजफ्फरपुर कोर्ट से सिपाही का सिर फोड़ कर फरार शातिर सरोज ठाकुर बुधवार को मधुबनी जिला के पंडौल में पुलिस के हत्थे चढ़ गया. उसकी गिरफ्तारी से कई जिलों की पुलिस ने चैन की सांस ली. उस पर उत्तर बिहार के कई जिलों में हत्या, लूट सहित दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज है. गुरुवार को मधुबनी पुलिस पूरे मामले का खुलासा करेगी.
जानकारी के अनुसार औराई थाना क्षेत्र के सरहचिया गांव निवासी सरोज ठाकुर कोर्ट से फरार होने के बाद बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में था. मुजफ्फरपुर से फरार होने के बाद उसने मधुबनी, दरभंगा जिला में ही अपना ठिकाना बना लिया था. बुधवार को मधुबनी पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी उसे पंडौल से गिरफ्तार कर लिया. उसके साथ उसके साथी के भी पकड़े जाने की सूचना है, लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं है. बेनीपट्टी के पंजाब नेशनल बैंक से 48 लाख रुपये लूट की घटना में भी वह शामिल था. बैंक लूट में उसके साथ पवन यादव, ललन पासवान सहित कई साथी शामिल थे.
घटना के बाद मधुबनी पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था. 2008 में वह बैंक डकैती की योजना बनाते अहियापुर में पकड़ा गया था, जिसमें उसके गिरोह के कटरा थाना के धनौर निवासी जुगनू, औराई के औसी विशुनपुर निवासी लाल जी उर्फ लालजी प्रसाद, आनंद पाठक सहित अन्य भी पकड़े गये थे. 9 अप्रैल को अहियापुर थाना में 2008 में दर्ज मामले में मधुबनी जेल से प्रोडक्शन वारंट पर मुजफ्फरपुर लाया गया था. 7 जून को उसे एडीजी दो के कोर्ट में पेशी के लिए सिपाही शिवनाथ चौधरी लेकर गया था. बाथरूम जाने के बहाने वह शिवनाथ का सिर फोड़ कर हथकड़ी सहित फरार हो गया था.