मुजफ्फरपुर: एसकेएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों ने छात्रवृत्ति में वृद्धि की मांग को लेकर सोमवार को अस्पताल के मुख्य द्वार को बंद कर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गये. जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पर विचार नहीं किया जाता तब तक वे लोग धरने पर बैठेंगे. डॉक्टरों ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर छात्रवृत्ति में वृद्धि नहीं होगी तो बिहार के छह मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर सामूहिक भूख हड़ताल करेंगे.
2005 में सूबे के मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने छात्रवृत्ति की मांग को लेकर हड़ताल किया था. उस वक्त सरकार के साथ समझौता हुआ था कि प्रत्येक तीन वर्ष पर छात्रवृत्ति में वृद्धि की जायेगी. उस समय 3750 रुपये छात्रवृत्ति मिल रही थी. जिसे बढ़ा कर वर्ष 2008 में सात हजार रुपये कर दिया गया, लेकिन इसके बाद से किसी भी प्रकार की वृद्धि नहीं हुई है. धरना के बाद डॉक्टरों ने एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ जीके ठाकुर को ज्ञापन भी सौंपा.
धरने पर बैठने वालों में डॉ ब्रजेश कुमार, डॉ मिथिलेश कुमार, डॉ ज्ञानेंद्र कुमार, डॉ आशुतोष अभिषेक, डॉ अतुल शेखर, डॉ नीरज कुमार, डॉ राम उदय कुमार, डॉ पवन प्रकाश, डॉ कुंदन कुमार, डॉ मनीषा कुमारी, डॉ गरिमा गौरव, डॉ सुरभि, डॉ प्रशांत कुमार, डॉ काजिम जाफर, डॉ राहुल सिंह, डॉ पंकज कुमार, डॉ चंद्रमोहन, डॉ अंगद कुमार मुख्य थे. मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ जीके ठाकुर ने कहा कि जूनियर डॉक्टरों की मांग जायज है. उनकी मांगों के संबंध में सूचना प्रधान सचिव को दे दी गयी है. यदि जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर जाते हैं तो अस्पताल प्रभावित होगा.