मुजफ्फरपुर: कंप्यूटर साइंस को सिलेबस में शामिल करने की मांग शुरू हो गयी है. कंप्यूटर शिक्षा से जुड़े लोगों ने अपनी आवाज को मुखर करने के लिए संगठन भी बना लिया है. संगठन का नाम बिहार माध्यमिक कंप्यूटर शिक्षक संघ दिया गया है.
कंप्यूटर शिक्षकों व डिग्री धारियों को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन होगा. संगठन की पहली प्रमंडलीय स्थापना बैठक रविवार को बैरिया गोलंबर के पास पुराना मोतिहारी रोड में हुई. इस बैठक में आंदोलन के लिए कार्य समिति भी गठित की गयी. समस्तीपुर के विजय कुमार को अध्यक्ष तथा मुजफ्फरपुर के सुमित अमल को उपाध्यक्ष बनाया गया . विपुल कुमार को सचिव व राजीव कुमार सिंह को संयुक्त सचिव बनाया गया है. विकास मिश्र को जिला प्रभारी बनाया गया है.
शिक्षक नेताओं ने 12 बिंदुओं पर विमर्श किया गया. शिक्षक नेताओं ने बिहार के लिए कंप्यूटर शिक्षा नीति बनाने की मांग की. वहीं, सिलेबस में कंप्यूटर साइंस को शामिल करने की मांग की. ठेके पर कार्यरत अनुभवी कंप्यूटर शिक्षकों को नियमित करने की मांग की. पंजाब, तमिलनाडु तथा राजस्थान की तरह बिहार में कंप्यूटर शिक्षकों को सरकारी सेवा की जरूरत है. सभी सरकारी विद्यालयों में कंप्यूटर शिक्षकों का पद सृजित करने की जरूरत है. जब सरकारी विभागों में कंप्यूटर शिक्षकों के लिए नौकरियां ही नहीं है तो विवि को कंप्यूटर कोर्स चलाने व डिग्रियां बांटने की मान्यता क्यों दी जा रही है. बिहार सरकार में ई- गर्वनेंस के कार्य के लिए बीसीए व एमसीए छात्र व छात्राओं को बहाल किया जाना चाहिए. इस संबंध में शिक्षक निशांत कुमार समेत तमाम शिक्षकों ने ज्ञापन सौंप कर सरकार को अपनी बातों से अवगत कराने का फैसला लिया.