मुजफ्फरपुर: डीएम अनुपम कुमार ने गंभीर मामलों की रिपोर्ट सही तरीके से नहीं देने पर अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त की है. इस संबंध में जिले के सभी वरीय अधिकारियों को लिखे पत्र में डीएम ने कहा है कि जो जांच रिपोर्ट उनके सामने आती है उनमें आरोप पत्र भी ठीक से गठित नहीं किया जाता है और ना ही संचालन रिपोर्ट व स्पष्टीकरण के बारे में समीक्षा होती है. इस वजह से भविष्य में ऐसे मामले में अपील व न्यायिक दृष्टिकोण से ठोस निर्णय लेने में योग्य नहीं होते हैं.
उन्होंने कहा है कि उनके द्वारा विभागीय कार्रवाई के संबंध में एक स्पष्ट दिशा निर्देश दिया गया है. जिसमें विभिन्न प्रावधानों के साथ पुष्ट रिपोर्ट देनी है, लेकिन अधिकांश पदाधिकारियों को विभागीय कार्रवाई के बारे स्पष्टता का अभाव है. जानकारी के बावजूद बिना मेहनत किये टेबल रिपोर्ट सौंपी जाती है. इससे निर्णय लेने में काफी विलंब होता है साथ ही समय की बर्बादी होती है.
दोषी कर्मचारी पर ससमय व उचित कार्रवाई करना संभव नहीं हो पाता है. डीएम ने आगे कहा कि इन सभी मामलों की समीक्षा के लिए 13 को बैठक रखी गई है. इनमें सभी प्रशाखाओं के प्रभारी पदाधिकारी, प्रधान लिपिक विभागीय कार्रवाई संबंधित रिपोर्ट के साथ उपस्थित रहेंगे. इसमें मुख्य रूप से पंचायत, राजस्व, स्थापना व नजारत प्रशाखा के विभागीय कार्रवाई की समीक्षा होगी. बैठक में संबंधित पदाधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि विभागीय कार्रवाई का कोई मामला ना छूटे. सभी लिपिक, प्रधान लिपिक सूची के साथ रिपोर्ट को पेश करेंगे. इस आदेश की प्रतिलिपि डीडीसी, अपर समाहत्र्ता आपदा प्रबंधन, जन शिकायत निवारण पदाधिकारी समेत सभी प्रशाखाओं के प्रभारी पदाधिकारियों को दिया गया है.