मुजफ्फरपुर: जिले भर में शराब के अवैध अड्डों को ध्वस्त कर लाइसेंसी दुकानों के जरिये शराब की बिक्री करा सरकार के खजाने को भरने वाला उत्पाद विभाग का हाल बहुत खराब है. उत्पाद विभाग में इंस्पेक्टर, दारोगा, सिपाही व कर्मचारियों की भारी कमी है.
इसके कारण विभाग को शराब के अवैध कारोबार को रोकने से लेकर विभागीय कार्यो तक में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
संसाधनों की कमी के बावजूद विभाग लगातार जिले में छापेमारी अभियान तो चला रहा है, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिल पा रही है.
सबसे ज्यादा परेशानी तो शराब के बड़े अवैध ठिकानों पर धावा बोलने से पूर्व होती है. संसाधनों की कमी को दूर कर स्थानीय पुलिस की मदद से विभाग बड़े ठिकानों तक पहुंचती है. उससे पूर्व ही सूचना लिक हो जाती है. इसके कारण कई बार विभाग को इसमें सफलता नहीं मिल सकी है.
दस अंचल में मात्र छह दारोगा
जिले के दस यूनिट व छह अंचल में तैनाती के लिए स्वीकृत 55 सिपाही के बदले जिले में मात्र 15 सिपाही ही कार्यरत हैं. इसमें से आधा दर्जन सिपाही इस साल के अंत तक रिटायर कर जायेंगे. शेष बचे सिपाहियों की नौकरी भी कुछेक दिन ही बचा है. इसके अलावा जिले में तीन उत्पाद इंस्पेक्टर, दस दारोगा एवं सात सहायक सब इंस्पेक्टर (जमादार) का पद स्वीकृत है. इसमें से मात्र एक इंस्पेक्टर, छह दारोगा व छह सहायक सब इंस्पेक्टर की ही तैनाती है.