मुजफ्फरपुर/ सकरा: सकरा प्रखंड में शिक्षक योग्यता परीक्षा (वर्ग एक से पांच) फेल अभ्यर्थी को ही प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई ने शिक्षक बना दिया. 14 अगस्त 2013 को नियोजन इकाई ने समस्तीपुर के पूसा प्रखंड के हरपुर भुसकौल निवासी योगेंद्र राम के पुत्र मुकेश राम का नियोजन वर्ग एक से पांच अंतर्गत पठन-पाठन कराने के लिए किया गया था. इनका नियोजन अनुसूचित जाति कोटि अंतर्गत किया गया था.
हद यह है कि अभ्यर्थी ने प्राथमिक कक्षा ( कक्षा एक से पांच) तक के लिए आवेदन भी नियोजन इकाई के पास किया था. इनका काम इकाई ने आंख मूंद कर फाइनल कर दिया. मामला का खुलासा तब हुआ जब मुकेश ने वेतन मांगी. अधिकारियों के पास शिकायत की. फिर भी लाभ नहीं मिलने पर जिला अपीलीय प्राधिकार के पास शिकायत की. प्राधिकार ने पूरे मामले की रिपोर्ट बीडीओ से मांगी. बीडीओ ने जांच की तो स्थिति स्पष्ट हो गई. मामले का खुलासा होने के बाद सारे अधिकारियों के हाथ पांव फूल रहे हैं. वर्ष 5 दिसंबर 2014 को बीडीओ की जांच रिपोर्ट से हुआ है. फिलहाल अभ्यर्थी बुनियादी विद्यालय दुबहा में कार्यरत हैं.
बीडीओ ने जांच की तो मामला नया मोड़ ले लिया. पता चला कि जिस अभ्यर्थी का प्रारंभिक शिक्षक के तौर पर नियोजन हुआ था, वह वर्ग एक से पांच कक्षा के लिए हुई टीइटी की परीक्षा में फेल था. टीइटी वर्ग छह से आठ तक शिक्षक बनने के योग्य था. वर्ग एक से पांच तक के लिए वह अभ्यर्थी योग्य नहीं था. इस कारण, अभ्यर्थी का भुगतान नियोजन के समय से अबतक नहीं हो सका है.
बीडीओ दीपक राम ने बताया कि प्राधिकार ने पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी थी. इस मामले की जांच कर प्राधिकार को रिपोर्ट भेज दी गई है. जिसमें पाया कि वह वेतन पाने के लायक नहीं है. बता दें कि बीडीओ ही प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई का अधिकारी है.