हम दो खबरें आपके सामने रख रहे हैं. यह शिक्षा व्यवस्था के हकीकत बताने के लिए काफी हैं. एक में छात्रों के स्कूल को तोड़ दिया गया तो उन्हें हार कर सड़क पर उतरना पड़ा. छात्रों को प्रशासन के दरवाजे पर धरना देना पड़ा. वहीं, दूसरा स्कूल अपने आप में ऐतिहासिक है, लेकिन उसकी बदहाली का हाल यह है कि स्थापना काल से ही उसे कैंपस नसीब नहीं हुआ है.
मुजफ्फरपुर: मुशहरी प्रखंड के खबड़ा पंचायत अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय भिखनपुरा स्कूल का भवन तोड़ दिया गया है. स्कूल तोड़े जाने के विरोध में स्थानीय चार लोग सोमवार को समाहरणालय में अनशन पर बैठे. यहां स्कूली छात्र भी काफी संख्या में मौजूद थे. अनशन स्थल पर ही कुछ बच्चे कॉपी किताब लेकर पठन-पाठन भी कर रहे थे. अनशन नागरिक संघर्ष समिति के बैनर तले शुरू किया गया है.
इनमें समिति के उपाध्यक्ष आलोक कुशवाहा, महासचिव चंदेश्वर राम, सिनोद पासवान व कलवा देवी शामिल हैं. अनशन पर बैठे लोगों ने कहा है कि स्कूली छात्रों के साथ घोर अन्याय किया गया है. भवन तोड़ दिये जाने के कारण बच्चों को धूप, बारिश का सामना करना पड़ है. ऐसे में छात्र कैसे पढ़ेगे. बच्चों को न्याय नहीं मिलने तक अनशन जारी रखेंगे.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष घनश्याम महतो ने कहा कि स्कूल को तोड़ा जाना चिंता की बात है. इसके बाद भी शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन मौन है. आजतक कोई झांकने भी नहीं गया. स्कूल तोड़े जाने के विरोध में 17 मई को जिला प्रशासन के समक्ष धरना दिया गया था. फिर 21 जून को आवेदन दिया था. इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. अधिवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि सूबे में अनधिकृत रूप से सरकारी स्कूल के भवनों को तोड़ा जा रहा है. लोग अवैध रूप से कब्जा करने में लगे हैं.
मौके पर समिति के उपाध्यक्ष संजय राम, नसीरूद्दीन अंसारी, प्रमिला देवी, वैद्यनाथ सिंह, उमेश महतो, लगन पासवान, नवल पासवान, शंभु ओझा, मनोज सिंह, प्रो. डॉ अनिल कुमार धवन, वीरेंद्र निराला, सीताराम पासवान, गणोश पासवान, नवल पासवान, नरेश राम, संजीत राम, विजय पासवान आदि ने अपने विचार रखे. देर शाम तक कोई भी विभागीय या प्रशासनिक अधिकारी अनशनकारियों का हाल जानने नहीं पहुंचा. घटनास्थल पर शिक्षा विभाग का कोई भी पदाधिकारी जांच को नहीं पहुंचा है. डीपीओ जियाउल होदा खां ने बताया कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने जांच कर रिपोर्ट दी थी कि विद्यालय दूसरे जगह चल रहा है. वैसे मंगलवार को विधिवत स्कूल पहुंच कर मामले की जांच करेंगे.