मुजफ्फरपुर: सर, मनचलों के खिलाफ पुलिस अभियान चलाती है. यह अभियान साल में एक या दो बार चलाया जाता है. बांकी समय कॉलेज के बाहर मनचलों का जमावड़ा रहता है. ऐसे में हम छात्राएं बेखौफ कैसे रह सकते हैं! सर, आम लोगों की सुविधा के लिए 100 नंबर सेवा शुरू की गयी थी, लेकिन यहां यह नंबर काम ही नहीं करता. ऐसे में इसमें सुधार के लिए पुलिस प्रशासन क्या कर रही है?
शनिवार को एमडीडीएम कॉलेज में नैतिकता का पाठ पढ़ाने आये एसएसपी रंजीत कुमार मिश्र को छात्रओं के कुछ ऐसे ही सवालों का सामना करना पड़ा. मौका था ‘पहल’ कार्यक्रम का. छात्रओं को परंपरागत शिक्षा उपलब्ध कराने के साथ-साथ उनके सर्वागीण विकास के लिए इस कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है. छात्रओं के सवालों का जवाब देते हुए एसएसपी ने कहा, फिलहाल शहर में एक ही महिला थाना है. इस कारण परेशानी हो रही है, लेकिन जल्द ही शहर के सभी गल्र्स कॉलेज व स्कूलों के बाहर स्कूटी सवार महिला पुलिस की गश्ती सेवा शुरू की जायेगी. उन्होंने 100 नंबर सेवा को जल्द दुरुस्त करने का आश्वासन भी छात्रओं को दिया. कहा, फिलहाल इस नंबर की एक लाइन उपलब्ध है, जनवरी माह से इसकी संख्या आठ की जायेगी. मौके पर एसएसपी ने छात्रओं को फेसबुक, व्हाटसैप, इंटरनेट आदि संचार माध्यमों का उपयोग सोच समझ कर करने की सलाह दी. साथ ही छात्रओं को महिला थाना का नंबर भी दिया, ताकि मुसीबत के समय या परेशान किये जाने पर वे इसकी मदद ले सके. उन्होंने आश्वासन दिया कि शिकायत करने वाली छात्र की पहचान को गोपनीय बनाये रखा जायेगा.
आध्यात्मिक शक्ति से होगी बुराई पर जीत
प्रजापिता ब्रह्नाकुमारी ईश्वरीय विवि की बिहार सेवा केंद्र प्रमुख रानी दीदी ने कहा, समाज में बुराइयां बढ़ रही है. आध्यात्मिक शक्ति से ही इन पर विजय प्राप्त की जा सकती है. उन्होंने कहा, मनुष्य के अंदर पांच प्रमुख विकार होते हैं- काम, क्रोध, लोभ, मोह व अहंकार. नारी शक्ति असीम है. यदि वह कोशिश करे तो उनके भीतर के ये विकार स्वत: समाप्त हो जायेंगे. अध्यक्षता प्राचार्या डॉ ममता रानी, मंच संचालन डॉ नीलम कुमारी, विषय प्रवेश प्रौढ़ सतत शिक्षा एवं प्रसार विभाग की निदेशक डॉ वंदना विजयलक्ष्मी व धन्यवाद ज्ञापन डॉ अलका जायसवाल ने की. मौके पर महिला थाना प्रभारी कुमारी किरण, सविता बहन, डॉ फनीस चंद्र, डॉ सुशीला सिंह, डॉ मनीष प्रभा, डॉ कुसुम कुमारी, डॉ इंदूबाला सहाय, डॉ नीती शर्मा सहित अन्य लोग मौजूद थे.